सीबीआई ने कोलकाता बलात्कार-हत्या के आरोपियों का झूठ डिटेक्टर परीक्षण शुरू किया: 10 बिंदु
नई दिल्ली:
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आज कोलकाता के सरकारी आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले से जुड़े मुख्य आरोपी और छह अन्य पर झूठ पकड़ने वाले परीक्षण शुरू कर दिए।
इस बड़ी खबर पर 10 बिंदु इस प्रकार हैं:
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मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट उस जेल में होगा जहां वह अभी बंद है। बाकी छह लोगों – पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, घटना की रात ड्यूटी पर मौजूद चार डॉक्टर और एक सिविल वॉलंटियर – का टेस्ट सीबीआई ऑफिस में होगा।
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इन पॉलीग्राफ परीक्षणों को करने के लिए दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की एक विशेष टीम को कोलकाता भेजा गया है।
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सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय को सूचित किया कि ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच अपने हाथ में लेने से पहले अपराध स्थल पर साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने का जानबूझकर प्रयास किया गया था।
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घटना 8-9 अगस्त की रात की है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने आधी रात के आसपास दो प्रथम वर्ष के स्नातकोत्तर प्रशिक्षुओं के साथ खाना खाया। खाना खाने के बाद, तीनों सेमिनार रूम में चले गए, जहाँ उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में एथलीट नीरज चोपड़ा की भाला फेंक स्पर्धा देखी।
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रात 2:00 बजे दोनों प्रशिक्षु सेमिनार से चले गए। हालांकि, पीड़िता ने वहीं रहने का फैसला किया। उस रात तीसरी मंजिल पर मौजूद एक प्रशिक्षु ने दावा किया कि वह पास ही स्थित प्रशिक्षुओं के कमरे में ही रहा।
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अगली सुबह, करीब 9:30 बजे, पीड़िता के साथ खाना खाने वाले पोस्टग्रेजुएट प्रशिक्षुओं में से एक वार्ड राउंड शुरू होने से पहले उसे देखने गया। तभी उसे उसका शव मिला।
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कोलकाता पुलिस ने कहा कि प्रशिक्षु ने दूर से पीड़िता को “निश्चल अवस्था में” देखा और अपने सहकर्मियों और वरिष्ठ डॉक्टरों को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने फिर अस्पताल के अधिकारियों को सूचित किया।
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सीबीआई की जांच में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण साक्ष्य सामने आए हैं, जिनसे जांच के दायरे में आए कुछ लोगों के बीच संबंध स्थापित हुए हैं। चार डॉक्टरों में से दो के फिंगरप्रिंट उस सेमिनार रूम में पाए गए, जहां पीड़िता का शव मिला था।
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अस्पताल से सीसीटीवी फुटेज में अपराध की रात प्रमुख व्यक्तियों की गतिविधियों की समयरेखा भी दी गई है। संजय रॉय को अपराध की रात 1:03 बजे कॉलेज में प्रवेश करते हुए कैमरे में कैद किया गया था। फुटेज में उसे अपने गले में ब्लूटूथ इयरफ़ोन लपेटे हुए दिखाया गया है – एक महत्वपूर्ण विवरण, क्योंकि प्रारंभिक जांच के दौरान अपराध स्थल पर एक समान ब्लूटूथ डिवाइस पाया गया था।
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इस मामले ने पूरे भारत में व्यापक विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है, खास तौर पर कोलकाता में तीव्र प्रदर्शन हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने संस्थान के आसपास सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए अस्पताल में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों को तैनात करने का आदेश दिया है।