'परीक्षा प्रणाली में समस्याएं': राहुल गांधी ने NEET मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा; शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया – News18 Hindi


शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में NEET विवाद पर बात की।

राहुल गांधी द्वारा देश में परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठाए जाने के बाद शिक्षा मंत्री ने कड़ा पलटवार किया।

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने NEET UG पेपर लीक मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश में परीक्षा प्रणाली के मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार के दृष्टिकोण पर सवाल उठाए।

राहुल गांधी ने पूछा, “चूंकि यह (NEET) एक व्यवस्थित मुद्दा है, आप इस मुद्दे को ठीक करने के लिए वास्तव में क्या कर रहे हैं?”

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान गांधी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह मुद्दा एनईईटी से आगे तक फैला हुआ है तथा उन्होंने संपूर्ण परीक्षा प्रणाली में प्रणालीगत समस्याओं की ओर इशारा किया।

गांधी ने दावा किया कि लाखों अभ्यर्थी मानते हैं कि देश की परीक्षा प्रणाली में धांधली है, विपक्ष भी यही मानता है।

राहुल गांधी ने कहा, “लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है।”

गांधी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर निशाना साधते हुए कहा, “मंत्री ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया।” कांग्रेस नेता ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि वह यहां जो कुछ चल रहा है, उसके मूल सिद्धांतों को समझते हैं।”

शिक्षा मंत्री ने राहुल गांधी के सवाल और देश की परीक्षा प्रणाली पर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “सिर्फ़ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता। विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है, बेहद निंदनीय है।”

प्रधान ने कहा कि पिछले सात वर्षों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है और एनटीए ने 240 से अधिक परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की हैं।

प्रधान ने 'एक्स' पर एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “विपक्ष के नेता और उनका गुट मगरमच्छ के आंसू बहा रहा है। यूपीए सरकार के दौरान और जब श्री अखिलेश यूपी की कमान संभाल रहे थे, पेपर लीक की जमीनी हकीकत श्री @RahulGandhi और श्री @yadavakhilesh दोनों के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है।”

पिछली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधान ने कहा, “शायद राहुल गांधी अनुचित व्यवहार के मूल सिद्धांतों और गणित को अच्छी तरह समझते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस सरकार अनुचित व्यवहार निषेध विधेयक, 2010 सहित शैक्षणिक संस्थानों में कदाचार को रोकने के लिए विधेयकों को लागू करने में विफल रही।”

उन्होंने पूछा, ‘‘क्या विपक्ष के नेता बता सकते हैं कि किस मजबूरी, दबाव और किन कारणों से कांग्रेस पार्टी ने अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए कानून लाने से इनकार कर दिया?’’

विपक्ष द्वारा पेपर लीक के मुद्दे पर सरकार को घेरने के प्रयास के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कहा कि सभी परीक्षाओं के बारे में सवाल उठाना सही नहीं है और सदस्यों को बेहतर परीक्षा प्रणाली विकसित करने के लिए चर्चा करनी चाहिए।

संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि शिक्षा मंत्री को नीट पेपर लीक मुद्दे पर बात करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने केवल सुप्रीम कोर्ट और पीएम मोदी के बारे में बात की।

राहुल गांधी ने कहा, “शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जवाब देना चाहिए था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और पीएम मोदी के बारे में बात की, लेकिन वह यह नहीं बता पा रहे हैं कि वह इस पर क्या कर रहे हैं।”

गांधी ने आगे कहा कि प्रधान यह स्पष्ट करने में असमर्थ हैं कि इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई की जा रही है और सरकार संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करने में रुचि नहीं रखती है।

उन्होंने कहा, “नीट युवाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमने हमेशा संसद में इस पर चर्चा की मांग की है, लेकिन सरकार इसमें दिलचस्पी नहीं ले रही है। हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे और सरकार पर दबाव बनाते रहेंगे।”





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