13 मध्य प्रदेश पुलिस बलात्कार पर विरोध के रूप में घायल, हत्या हिंसक हो जाती है


महिला पिछले कुछ सालों से धामनोद में रहकर पढ़ाई कर रही थी

इंदौर/नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश में एक आदिवासी महिला के कथित गैंगरेप और हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन कल रात हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस थाने पर हमला कर दिया।

उन्होंने कहा कि इंदौर के महू के बडगोंडा पुलिस थाने में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की, जिसमें एक इंस्पेक्टर सहित 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

23 वर्षीय महिला कल शाम मृत पाई गई जिसके बाद उसके परिवार के सदस्यों और विभिन्न जनजातीय समूहों ने उसका शव सड़क पर रखकर थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।

उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि उसके गांव में पाटीदार समुदाय के एक व्यक्ति द्वारा उसका अपहरण, बलात्कार और हत्या कर दी गई थी।

महिला पिछले कुछ सालों से धामनोद में रहकर पढ़ाई कर रही थी।

महिला के पिता ने कहा, “यदुनंदन पाटीदार ने मेरी बेटी को धामनोद से अगवा किया और हमारे गांव में गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी।”

थाना प्रभारी धर्मेंद्र ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने करीब एक दर्जन राउंड हवा में गोलियां चलाईं और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।

सूत्रों का कहना है कि गोलीबारी में एक आदिवासी व्यक्ति की भी मौत हो गई।

राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जांच जारी है।

उन्होंने आज सुबह पीड़िता के परिजनों से भी मुलाकात की.

सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, ‘महू में एक आदिवासी महिला से गैंगरेप और हत्या और उसके बाद पुलिस फायरिंग में एक आदिवासी युवक की मौत से मैं दुखी हूं. यह प्रचलित जंगल के बारे में बताता है.’ राज्य में राज।”

ठाकुर ने कहा, “किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाके में भारी सुरक्षा तैनात की गई है।”





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