हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से अचानक बाढ़ आने के बाद लेह-मनाली मार्ग का कुछ हिस्सा बंद
इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है
शिमला/मनाली:
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-3 के एक हिस्से को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बुधवार देर रात हुई इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार, मनाली क्षेत्र में अंजनी महादेव नाले में बादल फटने के कारण एनएच-3 पर धुंडी और पलचन ब्रिज के बीच का हिस्सा, जिसे लेह-मनाली रोड के नाम से भी जाना जाता है, प्रभावित हुआ है।
लाहौल और स्पीति पुलिस ने गुरुवार को एक परामर्श में कहा कि अटल सुरंग के उत्तरी पोर्टल के माध्यम से लाहौल और स्पीति से मनाली जाने वाले वाहनों को रोहतांग की ओर मोड़ दिया गया है।
इसने यात्रियों से यह भी कहा कि वे केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करें, सावधानी से वाहन चलाएं तथा मार्ग में संभावित खतरे के प्रति सचेत रहें।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि बुधवार रात को राज्य में कुल 15 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं, जिनमें मंडी में 12, किन्नौर में दो और कांगड़ा जिले में एक सड़क शामिल है, जबकि 62 ट्रांसफार्मर बाधित हो गए।
एक बिजली परियोजना और कुछ घरों को नुकसान पहुंचने की खबरें हैं, लेकिन नुकसान का आकलन कर रहे अधिकारियों द्वारा अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
स्थानीय मौसम विभाग ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिनों यानी 28 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का 'येलो' अलर्ट जारी किया है। इसमें तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण राज्य में बागानों और खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं और 'कच्चे' मकानों को नुकसान पहुंचने के बारे में आगाह किया गया है।
आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि 27 जून को मानसून के आगमन के बाद से राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में कुल 49 लोगों की मौत हो गई है, जिससे लगभग 389 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)