हिंडनबर्ग रिपोर्ट: भाजपा का कहना है कि विपक्ष अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की 'साजिश' कर रहा है | भारत समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया



नई दिल्ली: भाजपा ने रविवार को दावा किया कि कांग्रेस और अन्य… विपक्षी दल एक का हिस्सा थे षड़यंत्र उत्पन्न करना वित्तीय अस्थिरता भारत में अराजकता फैल गई, क्योंकि पार्टी ने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर दिया सेबी अध्यक्ष के खिलाफ आरोप लगाते हुए इसे वित्तीय नियामक संस्था को बदनाम करने का प्रयास बताया।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि शॉर्ट-सेलिंग फर्म, जिसने पिछले साल गंभीर आरोप लगाए थे अडानी समूहउन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष अपने आरोपों को दोहरा रहा है और अब यह साजिश स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है कि वह अराजकता और अस्थिरता पैदा करना चाहता है, खासकर वित्तीय क्षेत्र में।’’
उन्होंने कहा कि विदेशी धरती से आने वाली ऐसी कई आलोचनात्मक रिपोर्टें संसद सत्र से ठीक पहले या उसके दौरान जारी की जाती हैं। विपक्षी नेताओं को पता था कि रिपोर्ट संसद सत्र के दौरान आ रही है। संसद का मानसून सत्र सोमवार को समाप्त होने वाला था, लेकिन इसे एक कार्य दिवस कम करके शुक्रवार को समाप्त कर दिया गया।
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हिंडनबर्ग ने कांग्रेस के साथ “स्पष्ट साझेदारी” में सेबी पर हमला किया है और इसका एक अशुभ उद्देश्य है। उन्होंने एक्स पर कहा, “इसका उद्देश्य दुनिया की सबसे मजबूत वित्तीय प्रणालियों में से एक को अस्थिर और बदनाम करना और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अराजकता पैदा करना है।”
उन्होंने कहा, “मैंने कई बार कहा है और फिर से कह रहा हूं कि कांग्रेस परिवार की मदद से कई वैश्विक ताकतें भारत के विकास को धीमा करना या रोकना चाहती हैं। हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे।”
हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच के खिलाफ कड़ा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि उनके और उनके पति के पास अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दावा किया कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के पीछे कांग्रेस का हाथ है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का काम केवल अराजकता फैलाना और देश को विवादास्पद मामलों में उलझाना है।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा कार्यकर्ता ‘‘विकास और प्रगति की मशाल’’ लेकर चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस वर्षों से देश को गुमराह करने और अंधेरे में रखने की कोशिश कर रही है।
अडानी समूह ने भी आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं के साथ छेड़छाड़ पर आधारित बताया। कंपनी ने कहा कि उसका सेबी चेयरपर्सन या उनके पति के साथ कोई व्यावसायिक संबंध नहीं है।





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