सलीम खान ने जावेद अख्तर से अलग होने पर NDTV से कहा: “अमिताभ बच्चन इसे रोक सकते थे”
नई दिल्ली:
सलीम खान और जावेद अख्तरहिंदी सिनेमा के प्रतिष्ठित पटकथा लेखकों ने 1970 के दशक में फिल्म उद्योग में क्रांति ला दी थी। हालांकि, कई सालों तक साथ काम करने के बाद दोनों की राहें अलग हो गईं। एनडीटीवी से बातचीत में सलीम खान ने खुलासा किया कि उनके जोड़ी अगर अमिताभ बच्चन ने स्थिति को शांत कर दिया होता तो जावेद अख्तर के साथ यह रिश्ता लंबे समय तक चल सकता था। उस समय को याद करते हुए जब जावेद अख्तर ने उनसे कहा था कि वह अलग-अलग फिल्में बनाना चाहते हैं, सलीम खान ने कहा, “जब उन्हें मुझसे कहा कि मैं अलग (फिल्में) बनाना चाहता हूं, मैंने कहा ठीक है, कोई दिक्कत नहीं। किसी को ज़बरदस्ती रोक नहीं सकती। मुझे तो अभी भी नहीं मालूम क्यों अलग हुए। हो गया तो हो गया. [When he informed me that he wanted to work separately, I said okay, no problem. You can’t force someone to stay. Even now, I don’t know why we separated. It just happened.]”
सलीम खान ने कहा, “क्यों अलग हुए ये भी किसी को पीठ नहीं बताई, उसका जिक्र ही नहीं किया। मिलना-जुलना था, बात करते थे, उनके घर के सामने से ही निकलता था मैं, रोज़ चलता था, हाथ हिलाता था वो भी हाथ हिलाता था। जो रिश्ता है जो दोस्ती है वो था। [Why we separated, we didn’t tell anyone, or spoke behind each other’s backs, or even mentioned it. We used to meet, talk, and I would pass by his house every day. While walking, I would wave, and he would wave back. The friendship is still there.]”
जब उनसे पूछा गया कि क्या सलीम खान और जावेद अख्तर की साझेदारी टूटने से मेगास्टार अमिताभ बच्चन पर कोई असर पड़ा, तो सलीम खान ने कहा कि “जरूर हुआ होगाउन्होंने यह भी खुलासा किया कि अगर वह अमिताभ बच्चन की जगह होते तो वह मध्यस्थ की भूमिका निभाते और विभाजन को रोकते। सलीम खान ने कहा, “लेकिन अगर होता तो उनको [Amitabh Bachchan] जगह… उनको [Javed Akhtar] यही राय देता 'मात छोड़ो अच्छा खासा तुम्हारी एक जोड़ी है, काम कर रहे हो अच्छा खासा चल रहा काहे के लिए इसको छोड़ते हो?' माई होता तो ये करता. [But if I were in his [Amitabh Bachchan’s] जगह… मैं उसे दे दिया होता [Javed Akhtar] सलाह: ‘मत छोड़ो, तुम्हारी साझेदारी बहुत अच्छी है, तुम अच्छा कर रहे हो, सब कुछ ठीक चल रहा है, तुम इसे क्यों खत्म करना चाहते हो?’ अगर मैं होता, तो मैं ऐसा कर देता।]”
सलीम खान ने कहा कि हालांकि वह अमिताभ बच्चन से अक्सर मिलते हैं, लेकिन वे इस मुद्दे पर बात नहीं करते।बात तो होती रहती है, मुलाकात हो जाती है। ज्यादा ताकत से बात नहीं करते. ज़्यादा किसी के करीब नहीं आते [We still talk and even meet. We don’t speak harshly. We don’t get too close to anyone]” उसने कहा।
21 अगस्त को जावेद अख्तर और सलीम खान मुंबई में शोले की स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल हुए, इस मौके पर फिल्म ने 49 साल पूरे किए। यहाँ।