सपा नेता आजम खान जबरन बेदखली मामले में दोषी करार; पत्नी दूसरे मामले में रिहा – News18
24 मई को कोर्ट ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम खान, उनकी पत्नी फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम खान को जमानत दे दी थी। (फाइल फोटो/पीटीआई)
दिसंबर 2016 में पीड़ित अबरार ने खान और सेवानिवृत्त सर्किल अधिकारी बरकत अली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि वे जबरन उसके घर में घुसे, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और घर खाली करने के लिए उसके साथ मारपीट की
यहां की एक अदालत ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के नेता मोहम्मद आजम खान को जबरन मकान खाली कराने और मालिक की पिटाई करने के आठ साल पुराने मामले में दोषी ठहराया।
उनके वकील विनोद शर्मा ने बताया कि रामपुर की विशेष एमपी/एमएलए अदालत ने खान को मामले में दोषी पाया।
जिला शासकीय अधिवक्ता एमपी/एमएलए कोर्ट सीमा राणा ने बताया कि कोर्ट इस मामले में गुरुवार को फैसला सुनाएगा।
आजम खान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश हुए।
दिसंबर 2016 में पीड़ित अबरार ने खान और सेवानिवृत्त सर्किल अधिकारी बरकत अली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि वे जबरन उसके घर में घुस आए, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और घर खाली करने के लिए उसके साथ मारपीट की।
इस बीच, पिछले सप्ताह इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद आजम खान की पत्नी पूर्व सांसद तजीन फातिमा को रामपुर जिला जेल से रिहा कर दिया गया है।
24 मई को कोर्ट ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम खान, उनकी पत्नी फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम खान को जमानत दे दी थी।
स्थानीय अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद फातिमा पिछले वर्ष अक्टूबर से रामपुर जेल में बंद थी।
अब्दुल्ला के जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित जालसाजी मामले में रामपुर सत्र न्यायालय ने उन्हें सात साल के कारावास की सजा सुनाई थी।
मामला 3 जनवरी 2019 का है, जब आकाश सक्सेना, जो अब रामपुर से भाजपा विधायक हैं, ने शिकायत की थी कि आजम खान और उनकी पत्नी ने अपने बेटे के लिए दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाए हैं।
6 महीने 11 दिन जेल में बिताने के बाद तज़ीन फ़ातिमा बाहर आईं और मीडिया से कहा, ''अन्याय की हार हुई है और कहीं न कहीं न्याय ज़िंदा है और न्यायालय के ज़रिए न्याय हुआ है.'' ''हमें जो सज़ा दी गई है, वह एक सुनियोजित साज़िश है जिसमें हर कोई बराबर का भागीदार है, यानी पुलिस प्रशासन, सरकार, यहाँ तक कि मुझे मीडिया से भी शिकायत है कि उन्होंने कभी सच सामने लाने की कोशिश नहीं की.'' आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म खान फिलहाल लंबित मामलों के चलते क्रमशः सीतापुर और हरदोई जेल में बंद हैं.
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