वीप की “आविष्कार मशीन” ने कांग्रेस सांसद से जुड़ी भारी नकदी बरामदगी के बीच खुदाई की
नई दिल्ली:
कांग्रेस सांसद के परिवार के स्वामित्व वाली ओडिशा स्थित डिस्टिलरी कंपनी के खिलाफ छापेमारी में न केवल 353 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त हुई है, बल्कि उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ की एक मजेदार टिप्पणी भी सामने आई है।
उपराष्ट्रपति ने कल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स) धनबाद के 43वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए छात्रों से एक ऐसी मशीन का आविष्कार करने को कहा जो कर अधिकारियों को बड़ी मात्रा में मुद्रा नोटों को तुरंत गिनने में सक्षम बनाएगी। 40 काउंटिंग मशीनों से लैस 50 बैंक अधिकारियों ने 353.5 करोड़ रुपये तक पहुंचने के लिए पांच दिनों की अथक मेहनत की।
यह छापेमारी झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू से जुड़े परिसरों, रांची और अन्य स्थानों पर की गई।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने हालिया नकदी बरामदगी का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कार्यक्रम में कहा, “मैं आप सभी से आग्रह करता हूं, आइए एक ऐसी मशीन का आविष्कार करें जो तेजी से करेंसी नोटों को गिन सके।”
“मैं आप सभी से आग्रह करता हूं…आइए एक ऐसी मशीन का आविष्कार करें जो तेजी से करेंसी नोट गिन सके।”
-उपराष्ट्रपति ने आईआईटी धनबाद के छात्रों को संबोधित किया @IITISM_DHANBADpic.twitter.com/mhTo8Jr25M
– भारत के उपराष्ट्रपति (@VPIndia) 11 दिसंबर 2023
उन्होंने कहा, “मैं बैंक के प्रबंधक की दुर्दशा देख रहा था, जिन्होंने कहा, 'हम गिनती कर रहे हैं, गिनती कर रहे हैं और गिनती कर रहे हैं, लेकिन कल कार्य दिवस है इसलिए हमें अपने ग्राहकों से भी निपटना होगा।” “भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। भ्रष्टाचार अब अनुग्रह पाने का साधन नहीं है। सत्ता के गलियारों में भ्रष्ट तत्वों को निष्क्रिय कर दिया गया है।”
कल। आयकर विभाग ने बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड पर अपनी छापेमारी जारी रखी और अपना दायरा बढ़ाते हुए इसमें बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को भी शामिल कर लिया, जो कथित तौर पर श्री साहू के परिवार से जुड़ी कंपनी है।
विभाग को संदेह है कि बौध डिस्टिलरीज और संबंधित संस्थाओं पर छापे के दौरान बरामद नकदी का विशाल भंडार देशी शराब की बिक्री से उत्पन्न बेहिसाब आय का प्रतिनिधित्व करता है।