विनेश फोगट की CAS अपील का फैसला फिर टला: अब तक की घटनाओं का टाइमलाइन | पेरिस ओलंपिक 2024 समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
विनेश ने 7 अगस्त को अपील दायर की थी, उसी दिन उन्हें अमेरिकी पहलवान सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ स्वर्ण पदक मुकाबले से ठीक पहले दूसरे वजन के दौरान 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। यह अयोग्यता विनेश के लिए एक बड़ा झटका था, जिन्होंने एक दिन पहले ही ओलंपिक खेलों में अपनी तीसरी उपस्थिति में फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया था।
पिछला सप्ताह विनेश और भारतीय खेल प्रशंसकों के लिए उथल-पुथल भरा रहा, जिसमें कई नाटकीय घटनाएं घटीं:
घटनाक्रम:
6 अगस्त: विनेश फोगाट ने क्यूबा की युस्नेलिस गुज़मान पर ऐतिहासिक जीत हासिल कर महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई।
7 अगस्त:
* विनेश का वजन 50 किलोग्राम की सीमा से थोड़ा ज़्यादा पाया गया। आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उसके बालों और कपड़ों को छोटा करने के प्रयासों के बावजूद, दूसरे आधिकारिक वजन के दौरान उसका वजन सीमा से 100 ग्राम ज़्यादा था। प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार, उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया।
* भारतीय कुश्ती महासंघ ने तुरंत अपील दायर की यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू), पेरिस में इस आयोजन की देखरेख करने वाली शासी संस्था है।
* विनेश ने सीएएस से अपील की और क्यूबा की गुज़मैन के साथ संयुक्त रजत पदक की मांग की, जिसे विनेश के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद फाइनल में भेज दिया गया था। फाइनल हुआ, जिसमें सारा हिल्डेब्रांट ने यूएसए के लिए स्वर्ण पदक जीता और गुज़मैन ने रजत पदक जीता।
8 अगस्त: एक आश्चर्यजनक मोड़ में, विनेश फोगट ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी, जिससे पेरिस की घटनाओं के कारण प्रभावित हुए उनके शानदार करियर का अंत हो गया।
9 अगस्त: विनेश की अपील पर पेरिस में सीएएस के तदर्थ प्रभाग में सुनवाई पूरी हो गई। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने “सकारात्मक समाधान” की उम्मीद जताई।
10 अगस्त: सीएएस ने विनेश की अपील पर फैसला सुनाने की समयसीमा बढ़ाकर 13 अगस्त कर दी, जिससे सस्पेंस और बढ़ गया।
13 अगस्त: भारतीय कुश्ती महासंघ ने घोषणा की कि CAS ने विनेश की अपील पर अपना निर्णय फिर स्थगित कर दिया है, अब अंतिम फैसला 16 अगस्त को आने की उम्मीद है।
पिछले हफ़्ते विनेश फोगट का सफ़र उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, ओलंपिक में जीत की दहलीज़ पर पहुँचने से लेकर कुश्ती करियर के अचानक खत्म होने तक। उनकी अपील का नतीजा अनिश्चित बना हुआ है, और खेल जगत अब उत्सुकता से इंतज़ार कर रहा है कि क्या CAS उन्हें वह साझा रजत पदक देगा जिसकी वे माँग कर रही हैं।