वायरल वीडियो में जीआरपी पुलिस द्वारा दलित महिला और नाबालिग पोते की पिटाई; अधिकारी को हटाया गया; जांच के आदेश | भोपाल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
भोपाल/जबलपुर: ए वीडियो कहा जाता है कि कटनी जीआरपी पुलिस स्टेशन गया है वायरल सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग को दिखाते हुए दलित महिला और वह नाबालिग जीआरपी अधिकारियों द्वारा पोते की पिटाई।
वीडियो वायरल होने के बाद जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कटनी थाने को हटा दिया है। जीआरपी पुलिस थाना प्रभारी को सूचित कर घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
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इस वीडियो में झर्रा टिकुरिया की एक अधेड़ महिला और उसके नाबालिग पोते को कटनी जीआरपी टीआई और स्टाफ द्वारा बेरहमी से पीटा जा रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि जब महिला पुलिसकर्मी थक गई तो स्टाफ ने मोर्चा संभाला।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “एक दलित मां और बेटे को बंद कमरे में बेरहमी से पीटा गया। भाजपा के कुशासन में मप्र में दलित डर के साये में जीने को मजबूर हैं। अगर सीएम अपने प्रदेश की जनता की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। सागर, सतना, नरसिंहपुर, अशोकनगर और अब कटनी में लगातार हो रही घटनाएं मोहन यादव की क्षमता और नीयत पर सवाल खड़े करती हैं।”
वीडियो वायरल होने पर रेलवे एसपी जबलपुर ट्वीट किया, “मामला प्रकाश में आने के बाद निम्न तथ्य सामने आए: ट्विटर पर दिखाई गई तस्वीर अक्टूबर 2023 की पाई गई। तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति कुख्यात अपराधी दीपक वंशकार के रिश्तेदार हैं। दीपक वंशकार पर कटनी के जीआरपी थाने में 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2017 से उस पर निगरानी रखी जा रही थी। पिछले साल चोरी के मामले में फरार होने के बाद उसे पकड़ने के लिए 10 हजार का इनाम घोषित किया गया था। अप्रैल 2024 में उसे कटनी से निष्कासित करने के आदेश जारी हुए और उसकी गैंग की हिस्ट्रीशीट खोली गई। ट्विटर पर सामने आए तथ्यों के आधार पर जीआरपी कटनी थाना प्रभारी को हटाकर रेलवे के उप अधीक्षक को जांच के आदेश दिए गए हैं।”