वंदे रेलगाड़ी रेलवे का नया चेहरा, आकांक्षा और सपनों का प्रतीक: पीएम मोदी | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया



नई दिल्ली: वंदे भारत ट्रेनें रेलवे का नया चेहरा और “का प्रतीक हैंआकांक्षा और सपने“, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन ऐसे वाहनों को हरी झंडी दिखाते हुए उन्होंने कहा अर्द्ध-उच्च गति रेलगाड़ियां उन्होंने यह भी घोषणा की कि वंदे भारत के स्लीपर और मेट्रो संस्करण जल्द ही लॉन्च किए जाएंगे।
बाद में ईटी कार्यक्रम में भाग लेते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे स्लीपर का ट्रायल रन अगले एक सप्ताह में शुरू होगा।
तमिलनाडु, कर्नाटक और यूपी में चलने वाली तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाते हुए पीएम ने कहा, “देश में वंदे भारत ट्रेनों के आधुनिकीकरण और विस्तार के साथ राष्ट्र विकसित भारत के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा कि एनसीआर आधुनिक ट्रेनों, एक्सप्रेसवे के नेटवर्क और हवाई सेवाओं के विस्तार के साथ देश के बुनियादी ढांचे को बदलने के पीएम गतिशक्ति के विजन का एक उदाहरण बन रहा है।
मौजूदा बेड़े में तीन नई वंदे भारत ट्रेनें शामिल होने से तीन रूटों – मेरठ-लखनऊ, मदुरै-बेंगलुरु और चेन्नई-नागरकोइल पर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। तीन ट्रेनों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये ट्रेनें देश के महत्वपूर्ण शहरों के साथ-साथ ऐतिहासिक कस्बों को भी कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी।
विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दक्षिणी राज्यों के तीव्र विकास की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा, “दक्षिणी भारत अपार प्रतिभा, संसाधनों और अवसरों की भूमि है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल तमिलनाडु के रेल बजट के लिए 6,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा का आवंटन किया गया है, जो 2014 के मुक़ाबले सात गुना ज़्यादा है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार पर राज्य में रेलवे की अनदेखी करने की शिकायत की है। मोदी ने कहा कि नई शुरुआत के बाद तमिलनाडु में वंदे भारत ट्रेनों की कुल संख्या आठ हो जाएगी।
इसी प्रकार, इस वर्ष के बजट में कर्नाटक के लिए 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया गया है, जो 2014 की तुलना में नौ गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि आज कुल आठ वंदे भारत ट्रेनें कर्नाटक को जोड़ रही हैं।
हर रूट पर वंदे भारत की मांग पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों के आगमन से लोगों में अपने व्यवसाय और रोजगार के साथ-साथ अपने सपनों को भी आगे बढ़ाने का विश्वास पैदा हुआ है। उन्होंने कहा, “आज, देश भर में 102 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चालू हैं और अब तक 3 करोड़ से अधिक लोग इन ट्रेनों में यात्रा कर चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि ये संख्याएं न केवल वंदे भारत ट्रेनों की सफलता का प्रमाण हैं, बल्कि भारत की आकांक्षाओं और सपनों का भी प्रतीक हैं।





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