लोगों को 'लड़की बहिन' के बारे में अफवाह फैलाने वाले 'सौतेले भाइयों' से सावधान रहना चाहिए: एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधा – News18


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शिंदे ने घोषणा की कि वह जल्द ही निरीक्षण के लिए राज्य के कुछ आश्रम विद्यालयों का दौरा करेंगे। (पीटीआई/फाइल)

चुनावों से महीनों पहले शिंदे सरकार ने 'मुख्यमंत्री मांझी लड़की बहिन योजना' की घोषणा की थी, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'मुख्यमंत्री की मेरी प्यारी बहन योजना', जिसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन पर महिलाओं के लिए उनकी सरकार की प्रमुख 'लड़की बहिन' योजना के बारे में अफवाह फैलाने का आरोप लगाया और लोगों से ऐसे 'सौतेले भाइयों' से सतर्क रहने को कहा।

शुक्रवार रात अपने गृह क्षेत्र ठाणे में बोलते हुए शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार चुनावों को ध्यान में रखकर काम नहीं करती, बल्कि लोगों के कल्याण के लिए काम करती है।

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव इस वर्ष अक्टूबर में होने की संभावना है।

चुनावों से महीनों पहले उनकी सरकार ने 'मुख्यमंत्री मांझी लड़की बहिन योजना' की घोषणा की थी, जिसका शाब्दिक अर्थ है 'मुख्यमंत्री की मेरी प्यारी बहन योजना', जिसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

सीएम शिंदे ने यहां येऊर में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “राज्य के नागरिकों, खासकर महिलाओं को 'सौतेले भाइयों' से सावधान रहना चाहिए, जो लड़की बहन योजना के बारे में तरह-तरह की अफवाहें फैलाते हैं। अब तक मेरी केवल एक बहन थी। अब, पूरे राज्य में मेरी लाखों बहनें हैं।”

उन्होंने कहा, “हम चुनाव को ध्यान में रखकर काम नहीं करते। हमारा उद्देश्य केवल राज्य के नागरिकों को लाभ पहुंचाना है और हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।”

शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार ने लड़की बहिन योजना के लिए 45,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह योजना भविष्य में भी चालू रहेगी।

उन्होंने दोहराया कि योजना के तहत दो महीने की पहली किस्त 17 अगस्त को पात्र महिलाओं के खातों में जमा कर दी जाएगी।

आदिवासी लोगों को ईमानदार और मेहनती बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने उनके कल्याण के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि ये योजनाएं और कार्यक्रम लाभार्थियों तक पहुंचें।

शिंदे ने कहा, ‘‘हमारी मंशा यह है कि राज्य के सभी नागरिकों को उनके विकास और प्रगति के लिए मुख्यधारा का हिस्सा बनाया जाए।’’

उन्होंने उन आदिवासी नेताओं की सराहना की जिन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि राज्य भर में आश्रम विद्यालयों (आदिवासी छात्रों के लिए आवासीय सुविधाएं) के विकास के लिए दी गई धनराशि का उचित उपयोग किया जाए।

उन्होंने घोषणा की कि वे शीघ्र ही निरीक्षण के लिए राज्य के कुछ आश्रम विद्यालयों का दौरा करेंगे।

(इस स्टोरी को न्यूज18 स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और यह सिंडिकेटेड न्यूज एजेंसी फीड से प्रकाशित हुई है – पीटीआई)



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