रूस को प्रधानमंत्री मोदी की “बहुत महत्वपूर्ण, पूर्ण यात्रा” की उम्मीद: क्रेमलिन
यह प्रधानमंत्री मोदी की लगभग पांच वर्षों में पहली रूस यात्रा होगी।
मॉस्को:
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शनिवार को कहा कि रूस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मास्को यात्रा की उम्मीद है, जो रूसी-भारतीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 8 से 9 जुलाई तक मास्को में रहेंगे।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को नई दिल्ली में इस उच्चस्तरीय यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि दोनों नेता दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा करेंगे तथा आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
श्री पेस्कोव ने रूस के सरकारी टेलीविजन चैनल वीजीटीआरके को दिए साक्षात्कार में कहा कि मॉस्को में प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम व्यापक होगा और दोनों नेता अनौपचारिक बातचीत कर सकेंगे।
उन्होंने कहा, “जाहिर है, एजेंडा व्यापक होगा, अगर इसे अति व्यस्त न भी कहा जाए। यह एक आधिकारिक यात्रा होगी, और हमें उम्मीद है कि दोनों राष्ट्राध्यक्ष अनौपचारिक तरीके से भी बातचीत कर सकेंगे।”
श्री पेस्कोव ने कहा कि रूसी-भारतीय संबंध रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर हैं। उन्होंने कहा कि क्रेमलिन में आमने-सामने की बातचीत और प्रतिनिधिमंडलों की बातचीत दोनों ही होंगी।
आधिकारिक समाचार एजेंसी तास ने उनके हवाले से कहा, “हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण और पूर्ण यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं, जो रूसी-भारतीय संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
यह प्रधानमंत्री मोदी की लगभग पांच वर्षों में पहली रूस यात्रा होगी। उनकी पिछली रूस यात्रा 2019 में हुई थी जब उन्होंने सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में भाग लिया था।
भारत के प्रधानमंत्री और रूस के राष्ट्रपति के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी में सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है।
अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित हो चुके हैं।
पिछला वार्षिक शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। राष्ट्रपति पुतिन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए थे।