'यूपीए के 10 साल…': पीयूष गोयल ने बजट भाषण पर राहुल गांधी पर किया पलटवार | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मंगलवार को विपक्ष के नेता को जवाब दिया राहुल गांधी एक दिन पहले ही कांग्रेस नेता ने केंद्रीय बजट 2.0 पर चर्चा के दौरान लोकसभा में मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि एनडीए सरकार उन्होंने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग को छुरा घोंपा गया है, जिसने प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर उत्साह से थालियां बजाईं। गांधी ने बजट में इंटर्नशिप की घोषणा को लेकर भी केंद्र की आलोचना की, जिसमें युवाओं को देश की शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा।
गांधी के आरोपों के जवाब में गोयल ने कहा, “हर लिहाज से सरकार के 10 साल बहुत अच्छे रहे हैं। संप्रग यह एक असफल प्रयोग था, एक असफल सरकार को दर्शाता था, एक असफल शासन मॉडल को दर्शाता था। और इसने देश और देश के लोगों को घुटनों पर ला दिया।”
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस नीत यूपीए सरकार पर आरोप लगाया कि उसने किसानों के लिए कानूनी गारंटी लाने का जिक्र तक नहीं किया। एमएसपी अपने बजट भाषणों में
उन्होंने कहा, “2004 में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आधिकारिक तौर पर कहा था कि उन्हें एक मजबूत अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है। उस समय, विकास दर आठ प्रतिशत से अधिक थी, मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के आसपास थी, विदेशी मुद्रा भंडार उस समय की अर्थव्यवस्था के आकार की तुलना में मजबूत था।”
उन्होंने कहा, “जब यूपीए 10 साल तक सत्ता में रही तो उसने क्या किया? मैंने यूपीए सरकार के 10 भाषण पढ़े हैं, एक बार भी एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी लाने का जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने एक बार भी गरीबों को मुफ्त घर देकर उनके उत्थान की बात नहीं की।”
गोयल ने यूपीए सरकार पर मोदी सरकार के लिए एक नाजुक अर्थव्यवस्था छोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “वे पीएम मोदी के लिए एक नाजुक अर्थव्यवस्था छोड़ गए, जिसे दुनिया ने नीची निगाह से देखा। वे (कांग्रेस) देश को उच्च राजकोषीय घाटे, उच्च मुद्रास्फीति, कम विकास, बहुत कम विदेशी मुद्रा भंडार के साथ छोड़ गए।”
गांधी ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी हमला बोला कि उन्होंने पेपर लीक मुद्दे का जिक्र नहीं किया। बजट भाषणउन्होंने कहा कि यह ‘युवाओं को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा मुद्दा है।’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘पिछले 10 वर्षों में देश में पेपर लीक के 70 मामले सामने आए हैं।’’
बजट सत्र से पहले वित्त मंत्रालय में आयोजित पारंपरिक हलवा समारोह का पोस्टर दिखाते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि 20 अफसरों ने भारत का बजट तैयार किया।
सीतारमण ने 23 जुलाई को संसद में केंद्रीय बजट पेश किया था और बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बड़ी घोषणाएं की थीं।
गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि एनडीए सरकार उन्होंने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग को छुरा घोंपा गया है, जिसने प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर उत्साह से थालियां बजाईं। गांधी ने बजट में इंटर्नशिप की घोषणा को लेकर भी केंद्र की आलोचना की, जिसमें युवाओं को देश की शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा।
गांधी के आरोपों के जवाब में गोयल ने कहा, “हर लिहाज से सरकार के 10 साल बहुत अच्छे रहे हैं। संप्रग यह एक असफल प्रयोग था, एक असफल सरकार को दर्शाता था, एक असफल शासन मॉडल को दर्शाता था। और इसने देश और देश के लोगों को घुटनों पर ला दिया।”
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस नीत यूपीए सरकार पर आरोप लगाया कि उसने किसानों के लिए कानूनी गारंटी लाने का जिक्र तक नहीं किया। एमएसपी अपने बजट भाषणों में
उन्होंने कहा, “2004 में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आधिकारिक तौर पर कहा था कि उन्हें एक मजबूत अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है। उस समय, विकास दर आठ प्रतिशत से अधिक थी, मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के आसपास थी, विदेशी मुद्रा भंडार उस समय की अर्थव्यवस्था के आकार की तुलना में मजबूत था।”
उन्होंने कहा, “जब यूपीए 10 साल तक सत्ता में रही तो उसने क्या किया? मैंने यूपीए सरकार के 10 भाषण पढ़े हैं, एक बार भी एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी लाने का जिक्र नहीं किया गया। उन्होंने एक बार भी गरीबों को मुफ्त घर देकर उनके उत्थान की बात नहीं की।”
गोयल ने यूपीए सरकार पर मोदी सरकार के लिए एक नाजुक अर्थव्यवस्था छोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “वे पीएम मोदी के लिए एक नाजुक अर्थव्यवस्था छोड़ गए, जिसे दुनिया ने नीची निगाह से देखा। वे (कांग्रेस) देश को उच्च राजकोषीय घाटे, उच्च मुद्रास्फीति, कम विकास, बहुत कम विदेशी मुद्रा भंडार के साथ छोड़ गए।”
गांधी ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी हमला बोला कि उन्होंने पेपर लीक मुद्दे का जिक्र नहीं किया। बजट भाषणउन्होंने कहा कि यह ‘युवाओं को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा मुद्दा है।’ राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘पिछले 10 वर्षों में देश में पेपर लीक के 70 मामले सामने आए हैं।’’
बजट सत्र से पहले वित्त मंत्रालय में आयोजित पारंपरिक हलवा समारोह का पोस्टर दिखाते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि 20 अफसरों ने भारत का बजट तैयार किया।
सीतारमण ने 23 जुलाई को संसद में केंद्रीय बजट पेश किया था और बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बड़ी घोषणाएं की थीं।