ममता ने पीएम मोदी से कहा, बांग्लादेश के साथ तीस्ता वार्ता से बंगाल सरकार को बाहर रखने पर केंद्र से खुश नहीं हूं – News18


आखरी अपडेट:

उन्होंने कहा कि बंगाल का बांग्लादेश के साथ भौगोलिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत करीबी रिश्ता है। (तस्वीरें: पीटीआई फाइल)

बनर्जी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि पश्चिम बंगाल सरकार को शामिल किए बिना पड़ोसी देश के साथ ऐसी कोई चर्चा न की जाए।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर तीस्ता जल बंटवारे और फरक्का संधि के संबंध में बांग्लादेश के साथ चर्चा से राज्य सरकार को बाहर रखने पर केंद्र सरकार पर कड़ी आपत्ति जताई।

बनर्जी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि पश्चिम बंगाल सरकार को शामिल किए बिना पड़ोसी देश के साथ ऐसी कोई चर्चा न की जाए।

उन्होंने मोदी को लिखे तीन पन्नों के पत्र में कहा, “मैं यह पत्र बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की हाल की यात्रा के संदर्भ में लिख रही हूं। ऐसा लगता है कि बैठक के दौरान गंगा और तीस्ता नदियों से संबंधित जल बंटवारे के मुद्दों पर चर्चा हुई होगी। राज्य सरकार से परामर्श और राय के बिना इस तरह की एकतरफा चर्चा न तो स्वीकार्य है और न ही वांछनीय है।”

उन्होंने कहा कि बंगाल का बांग्लादेश के साथ भौगोलिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुत घनिष्ठ संबंध है।

बनर्जी ने कहा, “मैं बांग्लादेश के लोगों से प्यार करती हूं और उनका सम्मान करती हूं तथा हमेशा उनकी खुशहाली की कामना करती हूं… मैं अपनी सख्त आपत्ति जताती हूं कि तीस्ता जल बंटवारे और फरक्का संधि पर कोई भी चर्चा राज्य सरकार की भागीदारी के बिना बांग्लादेश के साथ नहीं की जानी चाहिए। पश्चिम बंगाल के लोगों का हित सर्वोपरि है, जिसके साथ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाना चाहिए।”

(इस स्टोरी को न्यूज18 स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और यह सिंडिकेटेड न्यूज एजेंसी फीड से प्रकाशित हुई है – पीटीआई)



Source link