ममता ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर बलात्कार विरोधी सख्त कानून की मांग की, 'अनुकरणीय सजा की जरूरत'; भाजपा ने प्रतिक्रिया दी – News18 Hindi


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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 22 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। (छवि: पीटीआई/फाइल)

बनर्जी ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र को ऐसा कानून बनाना चाहिए जिसमें अपराधी को 15 दिन के भीतर सजा मिले।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले के संबंध में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और अपराधी को 15 दिनों के भीतर कड़ी सजा देने की मांग की।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर पत्र साझा करते हुए लिखा, “आदरणीय प्रधानमंत्री जी, मैं आपका ध्यान देश भर में बलात्कार के नियमित और बढ़ते मामलों की ओर आकर्षित करना चाहती हूं और कई मामलों में हत्या के साथ बलात्कार भी किया जाता है।”

पत्र में लिखा गया है, “उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, यह देखना भयावह है कि पूरे देश में प्रतिदिन लगभग 90-90 बलात्कार के मामले सामने आते हैं। इससे समाज और राष्ट्र का आत्मविश्वास और विवेक डगमगाता है। हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम इस पर रोक लगाएं ताकि महिलाएं सुरक्षित महसूस कर सकें।”

उन्होंने पत्र में कहा, “इस तरह के गंभीर और संवेदनशील मुद्दे को कठोर केंद्रीय कानून के माध्यम से व्यापक तरीके से संबोधित करने की आवश्यकता है, जिसमें ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कठोर सजा का प्रावधान हो। प्रस्तावित कानून में ऐसे मामलों में त्वरित सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालयों की स्थापना पर भी विचार किया जाना चाहिए। त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए, ऐसे मामलों में सुनवाई अधिमानतः 15 दिनों के भीतर पूरी की जानी चाहिए।”

भाजपा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा

प्रधानमंत्री को लिखे बनर्जी के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा, “कितनी बेशर्म मुख्यमंत्री हैं ममता बनर्जी! एक तरफ वह कोलकाता में एक युवा महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या को छुपा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की हिम्मत रखती हैं।”

जूनियर डॉक्टर पर हुए क्रूर हमले और हत्या के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। 9 अगस्त को सरकारी अस्पताल के चेस्ट डिपार्टमेंट के सेमिनार हॉल में उसका शव मिला था, जिस पर गंभीर चोट के निशान थे। अगले दिन मामले के सिलसिले में कोलकाता पुलिस ने एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया था।





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