बिहार पुलिस ने नीट-यूजी 'लीक' मामले में झारखंड से 6 लोगों को किया गिरफ्तार, अब तक 19 लोग हिरासत में | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया



पटना/दुमका/हजारीबाग : नीट-यूजी की जांच प्रश्न पत्र बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को झारखंड के देवघर से छह और लोगों को गिरफ्तार किया। इस मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छह लोग, जिनके 'हैंडलर' और 'कूरियर' होने का संदेह है, बिहार के नालंदा जिले के निवासी हैं और वे पहचान से बचने के लिए मजदूर के रूप में देवगढ़ में छिपे हुए थे।
देवघर एसडीपीओ ऋतिक श्रीवास्तव ने कहा कि बिहार पुलिस द्वारा 5 मई को बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने के बाद से संदिग्ध देवीपुर इलाके में झुनू सिंह के घर में कथित रूप से छिपे हुए थे। ईओयू ने उन्हें देवघर एम्स के पास “सुरक्षित घर” से उठाया और ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया। गिरफ्तार लोगों की पहचान परमजीत सिंह उर्फ ​​बिट्टू, बलदेव कुमार उर्फ ​​चिंटू, प्रशांत कुमार उर्फ ​​काजू, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ ​​कारू और पिंकू कुमार के रूप में हुई है।
ईओयू के एक अधिकारी ने कहा, “यदि जरूरत पड़ी तो हम गिरफ्तार किए गए कुछ लोगों के ब्रेन मैपिंग और नार्को-एनालिसिस टेस्ट की संभावना की जांच करेंगे। प्रवर्तन निदेशालय भी पीएमएलए की धाराओं के तहत धन शोधन के पहलू की जांच करेगा।”
अब तक की जांच से पता चला है कि नालंदा के नूरसराय बागवानी कॉलेज में तकनीकी सहायक संजीव मुखिया उर्फ ​​लूटा पेपर लीक रैकेट का मास्टरमाइंड हो सकता है।

एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, “यह गिरोह कई महीनों से इसकी साजिश रच रहा था और हजारीबाग के एक प्रोफेसर ने व्हाट्सएप के जरिए संजीव को प्रश्नपत्र भेजे थे। बाद में पटना और रांची के मेडिकल छात्रों की मदद से प्रश्नपत्र हल किया गया।” हल होने के बाद इसे उत्तरों के साथ करई परसुराय के चिंटू को भेजा गया। जांच एजेंसी अब प्रोफेसर का पता लगाने की कोशिश कर रही है। चिंटू के निर्देश पर नालंदा के हिलसा के पिंटू ने प्रश्नपत्रों की फोटोकॉपी बनाई और 5 मई को इसे “सेफ हाउस” में रह रहे करीब 30 उम्मीदवारों को दे दिया। अब इसे पटना के खेमनीचक इलाके में बंद प्ले स्कूल के रूप में पहचाना जाता है।
जेल भेजे गए तीन अभ्यर्थियों के परिणाम भी यह दर्शाते हैं कि वे केवल एक विषय के प्रश्न और उत्तर ही याद कर सके थे, क्योंकि उस विशेष विषय में उनका प्रतिशत अन्य की तुलना में बेहतर था।
हजारीबाग के पांच परीक्षा केंद्रों में से एक से नीट-यूजी पेपर लीक होने की रिपोर्ट के बाद एक टीम ने हजारीबाग का भी दौरा किया। लोहसिंघना थाने के प्रभारी अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि ईओयू उस कूरियर का भी पता लगा रहा है जिसके जरिए नीट के पेपर हजारीबाग में एसबीआई मैनेजर को सौंपे गए थे।





Source link