“प्रकाश सर सख्त थे, अगली बार…”: पीएम नरेंद्र मोदी ने लक्ष्य सेन से ओलंपिक मीट में कहा | बैडमिंटन समाचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस पर अपने आवास पर भारत के पेरिस ओलंपिक एथलीटों से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया। इस मुलाकात के दौरान, पीएम मोदी ने स्टार शटलर लक्ष्य सेन सहित कई एथलीटों से बातचीत की। पेरिस में ओलंपिक में पदार्पण करने वाले लक्ष्य को कांस्य पदक के लिए मलेशिया के ली ज़ी जिया से तीन गेम में हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य के पदक जीतने में विफल रहने के बाद, भारतीय बैडमिंटन दल के मुख्य कोच प्रकाश पादुकोण ने पेरिस ओलंपिक में शटलरों के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें आगे आकर जिम्मेदारी लेने की जरूरत है।पीकेएल 2024 नीलामी)
हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के साथ हल्की फुल्की बातचीत के दौरान लक्ष्य ने बताया कि कोच प्रकाश (पादुकोण) मैचों के दौरान उनका फोन अपने पास रखते थे, ताकि उनका ध्यान केंद्रित रहे।
लक्ष्य ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया, “प्रकाश सर ने मैचों के दौरान मेरा फोन छीन लिया था और कहा था कि मैच खत्म होने तक तुम्हें यह फोन नहीं मिलेगा।”
हल्के-फुल्के अंदाज में प्रधानमंत्री मोदी ने लक्ष्य से कहा, “प्रकाश (पादुकोण) सर बहुत अनुशासित और सख्त थे, उन्हें अगले ओलंपिक में भी भेजेंगे।”
#घड़ी | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभ्यास में भाग लेने वाले भारतीय दल से बातचीत की #पेरिसओलंपिक2024उनके निवास पर।
उन्होंने कहा, “… आप सभी का यहां होना सम्मान की बात है… पीआर श्रीजेश ने साबित कर दिया कि उन्हें 'द वॉल' क्यों कहा जाता है। हर कोई जिसने पदक जीता और यहां तक कि जो हार गए… pic.twitter.com/8XMThnk67F
— एएनआई (@ANI) 16 अगस्त, 2024
सेन ने ओलंपिक में पुरुष बैडमिंटन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय शटलर के रूप में इतिहास रच दिया। उन्होंने राउंड ऑफ 16 में इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी और हमवतन एचएस प्रणय जैसे शीर्ष खिलाड़ियों पर जीत हासिल करके अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया।
उन्होंने क्वार्टर फाइनल में चोउ टिएन-चेन को भी हराया। लेकिन सेमीफाइनल में डेनमार्क के विश्व नंबर 1 विक्टर एक्सेलसन से हारने के बाद वह अपना पहला ओलंपिक पदक जीतने से चूक गए।
उन्हें मिले समग्र समर्थन पर विचार करते हुए सेन ने कहा, “यह बहुत दुखद था, जीत के इतने करीब आकर भी अंत में पीछे रह जाना।”
इसके बाद पीएम मोदी ने अल्मोड़ा की एक शटलर को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “अगर आप पदक लेकर लौटते तो बहुत अच्छा होता, लेकिन फिर भी आपने अच्छा खेला। लेकिन, लोग उत्साह से देखते हैं, न केवल विदेश से, बल्कि हमारे देश के बच्चे भी इस बात से प्रेरित हैं कि आपने ओलंपिक में कितना अच्छा खेला।”
सेन ने अपने खेल में सुधार जारी रखने, कड़ा अभ्यास करने तथा भारत में युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनने के अपने दृढ़ संकल्प को व्यक्त करते हुए समापन किया।
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)
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