पुलिस ने बोरियों में बंधे छह आवारा कुत्तों को पुल से नीचे फेंके जाने से बचाया | भोपाल समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
भोपाल: पुलिस पुलिस ने छह लोगों को बांधने वाले दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है आवारा कुत्तेउन्हें बोरों में भरकर मध्य प्रदेश की एक नदी में डुबोने जा रहे थे। सतनासोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद शुक्रवार रात पुलिस ने कार्रवाई की।
वीडियो में कुछ लोगों का समूह बारिश से भीगे पुल पर कुत्तों को बचाते हुए दिखाया गया है। वे आवारा कुत्तों को बोरों से बाहर निकालते हैं, उनके मुंह और हाथ-पैरों को बांधने वाली रस्सियों को खोलते हैं और उन्हें आज़ाद कर देते हैं।
पुलिस का कहना है कि आरोपी – नंदू बंशकार और प्रदीप बंशकार – ने कुत्तों को पुल से उफनती सतना नदी में फेंकने की योजना बनाई थी।
सूत्रों के अनुसार, नंदू और प्रदीप शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे ई-रिक्शा से सतना-मैहर रोड स्थित पुल पर पहुंचे।
स्थानीय निवासी परिमल त्रिपाठी और बृजेश यादव मोटरसाइकिल से जा रहे थे, तभी उन्होंने गाड़ी पर रखे आधा दर्जन बोरों से धीमी आवाजें सुनीं। बोरों में जो कुछ भी था, वह इधर-उधर छटपटा रहा था।
उन्होंने ई-रिक्शा चालक को रोका और उससे पूछताछ की, लेकिन वह टालमटोल करता रहा। कुछ संदेह होने पर उन्होंने एक बोरी खोली और उसमें एक कुत्ता बंधा हुआ मिला। उन्होंने सभी छह कुत्तों को बचाया और एक वीडियो बनाया, जिसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया।
सतना एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया, “आरोपी छह कुत्ते लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि वे बजराहा टोला इलाके में आवारा कुत्तों से परेशान थे और उन्हें डर था कि ये जानवर निवासियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए उन्होंने यह कदम उठाने की कोशिश की।”
पुलिस ने नंदू और प्रदीप के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम और बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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सांसद अतुल गर्ग ने संसद के मानसून सत्र के दौरान आवारा कुत्तों की आबादी और रेबीज के मुद्दे को उठाया, जिसमें गाजियाबाद में हाल ही में हुई एक मौत का हवाला दिया गया। केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि पिछले साल कुत्तों के काटने के 30.4 लाख मामले सामने आए और 286 मौतें हुईं। इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए हेल्पलाइन का विस्तार और नसबंदी केंद्रों की संख्या बढ़ाना शामिल है।