पीएम मोदी ने मिशन दिव्यास्त्र, अग्नि-5 मिसाइल के पहले उड़ान परीक्षण की सराहना की



हथियार प्रणाली में मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक है। (फ़ाइल)

नई दिल्ली:

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज “मिशन दिव्यास्त्र” के विकास की घोषणा की – एक स्वदेशी रूप से विकसित, अत्यधिक उन्नत हथियार प्रणाली जो देश की भू-राजनीतिक स्थिति को बदल देती है। एक दशक से अधिक समय से रक्षा अनुसंधान केंद्र DRDO द्वारा विकसित अग्नि-5 MIRV मिसाइल ने आज अपनी पहली उड़ान भरी।

नई हथियार प्रणाली में मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक है, जो यह सुनिश्चित करती है कि एक ही मिसाइल विभिन्न स्थानों पर कई वॉर हेड तैनात कर सकती है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि यह एक ऐसी तकनीक है जो वर्तमान में मुट्ठी भर देशों के पास है और इसके परीक्षण के साथ, भारत चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है।

पीएम मोदी ने एक्स, पूर्व ट्विटर पर पोस्ट किया, ''मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है, मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण।''

सूत्रों ने कहा कि यह प्रणाली स्वदेशी एवियोनिक्स सिस्टम और उच्च सटीकता सेंसर पैकेज से लैस है, जो यह सुनिश्चित करती है कि पुन: प्रवेश करने वाले वाहन वांछित सटीकता के भीतर लक्ष्य बिंदुओं तक पहुंचें।





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