नियोक्ता के बेटे से अपमानित व्यक्ति ने बदला लेते हुए उससे 3.5 करोड़ रुपये लूट लिए


यह घटना 11 जुलाई को घटी थी।

एक कैब ड्राइवर ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के दफ़्तर को लूटने का फ़ैसला किया, जहाँ वह काम करता था, क्योंकि कंपनी के मालिक के बेटे ने कथित तौर पर उसका “अहंकार” ठेस पहुँचाई थी। उसने एक ट्रक ड्राइवर के साथ मिलकर 15 लोगों की टीम बनाई और दिल्ली में 3.5 करोड़ रुपये की लूट को अंजाम दिया।

दिल्ली पुलिस ने डकैती में शामिल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे अब तक 1.15 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।

यह घटना 11 जुलाई को हुई, जब दिल्ली के किशनगंज इलाके में बीकानेर असम ट्रांसपोर्ट के कार्यालय को 3.5 करोड़ रुपये का भुगतान प्राप्त हुआ।

कैब ड्राइवर उपेंद्र को ट्रांसपोर्ट ऑफिस में नकदी की आवाजाही के बारे में पूरी जानकारी थी। उसने अपनी डकैती की योजना में उसी ऑफिस के ट्रक ड्राइवर कैलाश चौहान को भी शामिल किया। पुलिस ने बताया कि दोनों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम देने के लिए 15 लोगों की टीम बनाई।

11 जुलाई की रात करीब पौने 10 बजे 15 लोग हथियारों के साथ ट्रांसपोर्ट ऑफिस में घुसे, लोगों को बंदूक की नोक पर धमकाया और करोड़ों की रकम लूटकर दो कारों में सवार होकर फरार हो गए।

पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से लूट में इस्तेमाल की गई कार का पता लगाया और आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब रही। अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि तीन फरार हैं।

इस डकैती में शामिल अपराधी पूरे भारत से आये थे – जिनमें मध्य प्रदेश के खजुराहो और भिंड, उत्तराखंड के नैनीताल, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित अन्य स्थान शामिल थे।



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