‘नहीं ले गए तो नहीं गए’ अतीक के आखिरी शब्द थे | इंडिया न्यूज – टाइम्स ऑफ इंडिया
“नहीं ले गए तो नहीं गए (वे हमें नहीं ले गए, इसलिए हम नहीं गए)” अतीक के आखिरी शब्द थे जब उनसे पूछा गया कि दिन में पहले अपने बेटे असद के अंतिम संस्कार में नहीं ले जाने पर उनका क्या कहना था।
“मैं बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम… (मुख्य बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम…)” अशरफ के आखिरी शब्द थे।
मेडिकल के लिए ले जाते समय दोनों भाई एक ही हथकड़ी में थे।
अतीक और अशरफ थे बसपा विधायक की हत्या का आरोपी राजू पाल व उमेश पाल – में मुख्य गवाह राजू पाल हत्या का मामला। अतीक और अशरफ को इस हफ्ते की शुरुआत में प्रयागराज में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया था, जिसने उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।