धुएं और आतिशबाजी के संपर्क में आने पर आंखों की देखभाल कैसे करें – टाइम्स ऑफ इंडिया


दिवाली की रातें दीयों की रोशनी से जगमगाती हैं, जिससे चारों ओर खुशी और उत्सव मनाया जाता है। लेकिन जब आतिशबाजी के धुएं से हवा घनी हो जाती है तो उत्साह फीका पड़ जाता है। उत्सवों के बीच, हमारी आँखें अक्सर पर्यावरणीय परेशानियों का सामना करती हैं। चाहे चमकदार आतिशबाजी का आनंद लेना हो या धुएं की धुंध से गुजरना हो, यह समझना महत्वपूर्ण है कि अपनी आंखों की सुरक्षा कैसे करें।

धुएँ के कारण होने वाली सामान्य नेत्र स्थितियाँ:

धुएं से आंखों में जलन हो सकती है, जिससे असुविधा, लालिमा, सूजन, दर्द, आंखों से पानी आना और आंखें थकी हो सकती हैं। धूम्रपान के अत्यधिक संपर्क में आने पर खुजली भी बहुत आम है।

धुएँ के संपर्क में आने के दौरान:

घर के अंदर रहें: घर के अंदर रहने से यह सुनिश्चित हो सकता है कि आप धुएं के संपर्क में कम से कम रहें और यह धूम्रपान और आतिशबाजी से संबंधित समस्याओं से बचने का सबसे अच्छा तरीका है, खासकर उच्च प्रदूषण वाले दिनों में। धुएं के प्रवेश को रोकने के लिए खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें।
एयर फिल्टर का प्रयोग करें: ए HEPA वायु शोधक यह आपके घर से धुएं और अन्य प्रदूषकों को दूर रखने में मदद कर सकता है, जिससे घर के अंदर का वातावरण सुरक्षित हो जाता है।
घिसाव सुरक्षात्मक चश्मा: ऐसे चश्मे या चश्मा पहनें जो धुएं और मलबे से सुरक्षा प्रदान करते हों। यह आपकी आंखों को जलन से बचाने में मदद करता है।
अपनी आँखों को नम रखें: उपयोग करना कृत्रिम आंसू की बूंदें धुएं के कारण होने वाली शुष्कता और जलन को कम करने में मदद मिल सकती है। वे जलन को दूर करने में भी मदद करते हैं और आपकी आँखों को चिकना रखते हैं।
अपनी आँखें धोएं: यदि आपको असुविधा महसूस होती है, तो जलन दूर करने के लिए अपनी आँखों को साफ पानी या खारे घोल से धीरे से धोएँ।

आतिशबाजी के प्रदर्शन के दौरान

सुरक्षित दूरी बनाए रखें: आतिशबाजी को हमेशा सुरक्षित दूरी से देखें। यह न केवल आपको धुएं से बचने में मदद करता है बल्कि चिंगारी या मलबे से चोट लगने के जोखिम को भी कम करता है।
सुरक्षा चश्मा पहनें: प्रभाव को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किए गए सुरक्षा चश्मे या चश्मा पहनकर अपनी आंखों को सुरक्षित रखें, खासकर यदि आप कार्रवाई के करीब हैं।
सीधे देखने से बचें: जब आतिशबाजी की जाए तो उन्हें सीधे देखने से बचें। तीव्र रोशनी चमक या बाद की छवियों सहित अस्थायी दृष्टि संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है।
यदि आवश्यक हो तो तुरंत कुल्ला करें: यदि कोई कचरा आपकी आंख में चला जाता है, तो इसे साफ पानी से धीरे से धोएं। अपनी आँखों को रगड़ें नहीं, क्योंकि इससे जलन बढ़ सकती है।
तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें: हल्की चोट या जलने की स्थिति में स्वयं-चिकित्सा करने का प्रयास न करें; तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।

दीर्घायु और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाली आदतें

(लेखिका: डॉ. दीपाली चव्हाण, जनरल ऑप्थल्मोलॉजी, डॉ. अग्रवाल्स आई हॉस्पिटल, मुलुंड, मुंबई)





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