दिल्ली ने केंद्र से यमुना में झाग को लेकर हरियाणा और यूपी को निर्देश देने की मांग की


यमुना दिल्ली की जीवन रेखा है: आप (फाइल)

नई दिल्ली:

दिल्ली में अत्यधिक प्रदूषित यमुना नदी में झाग का संज्ञान लेते हुए आप सरकार ने शुक्रवार को केंद्र से कहा कि वह हरियाणा और उत्तर प्रदेश को यह निर्देश दे कि वे यह सुनिश्चित करें कि वहां के उद्योग नदी में बिना उपचारित अवशेष न छोड़ें।

सत्तारूढ़ आप ने एक बयान में कहा कि सरकार यमुना में प्रदूषण के स्तर में अचानक वृद्धि को लेकर चिंतित है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए “तत्काल उपाय” किए गए हैं।

याचिका में दावा किया गया है कि, “यह समस्या अचानक उत्पन्न हुई है, क्योंकि उत्तर प्रदेश और हरियाणा से अत्यधिक मात्रा में औद्योगिक कचरा निकल रहा है, जो यमुना नदी के माध्यम से दिल्ली में प्रवेश कर रहा है।”

आप ने कहा कि केंद्र को तत्काल ऐसे उपाय करने चाहिए जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि दोनों राज्यों में चल रहे उद्योग अपने अपशिष्ट को उचित उपचार के बिना यमुना में न डालें।

इसमें कहा गया है कि यमुना दिल्ली की जीवन रेखा है और अन्य राज्यों के विपरीत शहर में रहने वाले लोग अपनी दैनिक जीविका के लिए पूरी तरह नदी पर निर्भर हैं।

आप ने आरोप लगाया, ‘‘जब से भाजपा केंद्र में सत्ता में आई है, वह दिल्ली के लोगों के लिए बाधाएं पैदा कर रही है।’’ आप ने कहा कि केंद्र को उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों को ऐसे प्रदूषणकारी उद्योगों पर तत्काल ‘‘प्रतिबंध’’ लगाने के लिए सख्त निर्देश जारी करना चाहिए।

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)



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