दिल्ली एयरपोर्ट की छत गिरने पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी, बीजेपी का दावा- 2009 में यूपीए शासन में बना टर्मिनल क्षतिग्रस्त – News18 Hindi


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आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर मरम्मत और राहत कार्य जारी है, जहां शुक्रवार को भारी बारिश के कारण छत गिर गई थी। (फोटो/पीटीआई)

विपक्ष ने जहां इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया, वहीं भगवा खेमे ने दावा किया कि टर्मिनल का जो हिस्सा ढहा है, वह 2009 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान बना था और तब भी यह बारिश को झेल नहीं पाया था।

दिल्ली एयरपोर्ट की छत गिरने की घटना पर मचे बवाल के बीच नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने शुक्रवार को कहा कि टर्मिनल 1 की छत जो आज गिरी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए, उसका निर्माण 2008-09 में हुआ था। विपक्ष ने इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया, वहीं भगवा खेमे ने दावा किया कि टर्मिनल का जो हिस्सा गिरा है, उसका निर्माण 2009 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान हुआ था और तब भी यह बारिश का सामना नहीं कर सकता था।

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रिपोर्ट के अनुसार, 2009 में उद्घाटन के मात्र तीन महीने बाद ही आईजीआई हवाई अड्डे पर नवनिर्मित टर्मिनल 1-डी का एक भाग भारी बारिश और हवा के कारण क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण नागरिक उड्डयन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी।

नायडू की यह टिप्पणी कांग्रेस के उस दावे के बाद आई है जिसमें कहा गया था कि जो छत गिरी वह आईजीआई हवाई अड्डे के विस्तारित टर्मिनल-1 का हिस्सा थी जिसका उद्घाटन इस वर्ष मार्च में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।

भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर कांग्रेस पार्टी की आलोचना की और शुक्रवार को छत गिरने की घटना के लिए भाजपा को दोषी ठहराने की उसकी हिम्मत की। उन्होंने जोर देकर कहा कि टर्मिनल टी1 का जो हिस्सा ढह गया है, उसका निर्माण और संचालन 2009 में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए काल में हुआ था, जो 2009 में ही बारिश का सामना नहीं कर सका।

मालवीय ने कहा, “टर्मिनल टी1 का जो हिस्सा ढह गया है, उसका निर्माण और संचालन 2009 में हुआ था और उसमें काम भी बहुत कम हुआ था। पहली जांच 2009 में ही की गई थी, जब यह बारिश का सामना नहीं कर सका था और दूसरी जांच 2013 में की गई थी। यह सब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के दौरान हुआ था। और वे भाजपा को दोषी ठहराने की हिम्मत रखते हैं।”

एनसीपी सांसद और पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने इसे एक “दुर्भाग्यपूर्ण” घटना बताया और मामले की जांच की मांग की।

उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 का एक हिस्सा ढह गया। मैं इस पर हो रही राजनीति को समझ नहीं पा रहा हूं। 15 साल पहले एक इमारत बनी थी और वहां से काम चल रहा था। इस घटना की जांच होनी चाहिए। लार्सन एंड टूब्रो नामक एक बड़ी कंपनी ने इस एयरपोर्ट का निर्माण किया था। इस पर राजनीति क्यों होनी चाहिए? इसके बजाय, कार्रवाई होनी चाहिए।”





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