चैत्र नवरात्रि दिवस 7: मां कालरात्रि की पूजा- पूजा विधि, मुहूर्त, सामग्री, महत्व और मंत्र


चैत्र नवरात्रि 2023: चैत्र नवरात्रि भारत में देवी दुर्गा, एक हिंदू देवता का सम्मान करने के लिए आयोजित नौ दिवसीय उत्सव है। चैत्र का हिंदू महीना, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मार्च या अप्रैल में पड़ता है, जब भक्त चैत्र नवरात्रि मनाते हैं। चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन भक्त मां दुर्गा के सातवें अवतार कालरात्रि की पूजा करते हैं।

कालरात्रि नाम, जिसका अर्थ है “वह जो रात के रूप में काला है,” देवी के क्रूर स्वभाव को संदर्भित करता है। भक्त उनकी शक्ति और शक्ति के लिए उनकी पूजा करते हैं क्योंकि वह सभी अज्ञान और अंधकार को नष्ट कर देती हैं।

चैत्र नवरात्रि 2023: मां कालरात्रि पूजा

चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन “सप्तमी”, त्योहार के करीब आने का प्रतीक है। भक्त इस दिन विशेष पूजा अनुष्ठानों में भाग लेकर और साहस और शक्ति पर आशीर्वाद मांगकर देवी कालरात्रि का सम्मान करते हैं। इसके अलावा, नवरात्रि के सातवें दिन का रंग नीला है।

नवरात्रि के सातवें दिन, उपासक देवी दुर्गा के सातवें अवतार, देवी कालरात्रि का सम्मान करते हैं। कालरात्रि देवी के अन्य नामों में कालिका, शुभंकरी और काली माँ शामिल हैं। इसके अलावा, देवी कालरात्रि सातवें दिन नवरात्रि देवी हैं। वह देवी की सबसे शक्तिशाली अभिव्यक्तियों में से एक है, और उसके नाम का अर्थ है “वह जो रात के रूप में अंधेरा है।” उसका डराने वाला रूप और व्यवहार सर्वशक्तिमान होने की ताकत का प्रतीक है।

चैत्र नवरात्रि दिवस 7: मुहूर्त और तिथि का समय

पूजा मुहूर्त प्रारंभ समय: सुबह 07:32 बजे

पूजा मुहूर्त समाप्त होने का समय: 09:03 AM

दिनांक: 28 मार्च 2023, मंगलवार

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चैत्र नवरात्रि के दिन 7 पर किए जाने वाले अनुष्ठान और दान

माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की पूजा, चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन का मुख्य आकर्षण है, जिसे अक्सर सत्तमी नवरात्रि कहा जाता है।

देवी के उग्र और शक्तिशाली रूप मां कालरात्रि की पूजा करने के लिए भक्तों द्वारा पूजा संस्कार किए जाते हैं। पूजा के दौरान, देवी को फूल, फल, मिठाई और अन्य पवित्र उपहार चढ़ाए जाते हैं क्योंकि उनकी पूजा में मंत्रों का उच्चारण किया जाता है।

चैत्र नवरात्रि दिवस 7: मां कालरात्रि मंत्रों का जाप करें

इस दिन बहुत से भक्त कम भाग्यशाली लोगों को दान देते हैं। जरूरतमंदों की मदद करने से व्यक्ति के सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आपको इन मंत्रों को भक्ति और ईमानदारी के साथ कहना चाहिए।

ॐ देवी कालरात्र्यै नमः
(ॐ देवी कालरात्रियै नमः)

ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपलिनी
(ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी)

या देवी सर्वभूतेषु कालरात्रि रूपेना संस्थिता
(या देवी सर्वभूतेषु कालरात्रि रूपेण संस्थिता)

ॐ ह्रीं कालरात्र्यै नमः
(ॐ ह्रीं कालरात्रियै नमः)

सर्वमंगला मंगलये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते
(सर्वमंगल मंगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्रयंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते)

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(यह लेख केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है। Zee News इसकी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता है।)





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