चीनी रॉकेट हुआ आउट ऑफ कंट्रोल : कहीं भी-कभी भी गिर सकता है

चीन ने अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए  रविवार को पहला लैब मॉड्यूल वेंटियन (Lab Module Wentian) लॉन्च किया था।

 

चीन की तरफ से धरती पर फिर एक और बड़ी आफत आने वाली है। चीन का एक और रॉकेट बेकाबू होकर धरती पर गिरने वाला है। इस रॉकेट ने दुनिया की चिंताएं बढ़ा दी हैं। पिछले साल ही हिंद महासागर में एक ऐसा ही चीनी रॉकेट क्रैश हुआ था और उसके मलबे की वजह से पर्यावरण को खासा नुकसान हुआ था। विशेषज्ञों को चिंता सता रही है कि रविवार को चीन ने जो 21 टन का रॉकेट मार्च 5बी लॉन्‍च किया था, वो अब धरती के वातावरण में ब्‍लास्‍ट होने को है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि धरती में द‍ाखिल होते ही ये रॉकेट पूरी तरह से जल जाएगा। ये अचानक सतह पर आएगा और किसी अज्ञात जगह पर पूरी स्‍पीड से गिरेगा।

चीन का ये रॉकेट रविवार को ही लॉन्च हुआ था. ऑर्बिट में छोड़े जाने के बाद ये स्पेस स्टेशन से भटक गया और अंतरिक्ष में इसके कई टुकड़े हो गए. लेकिन कुछ टुकड़े काफी बड़े हैं. इस रॉकेट का मॉड्यूल सुरक्षित है लेकिन लॉन्चर तेजी से अनियंत्रित होकर धरती की तरफ बढ़ रहा है.

इस 21 टन के रॉकेट का मलबा कहां गिरेगा, इसकी किसी को जानकारी नहीं है. एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि इसका एक 30 मीटर लंबा हिस्सा धरती में कहीं भी गिर सकता है. ये इतना बड़ा है कि अगर किसी शहर पर गिरा, तो वहां तबाही आ जाएगी. इस चीनी रॉकेट का वजन तीन T-Rex डायनासोर के बराबर है. एक्सपर्ट्स इसकी डायरेक्शन पता करने में जुटे हैं. इसके बाद अगर पॉसिबल हो पाएगा तो इसके दिशा को बदलने की कोशिश की जाएगी. लेकिन अभी इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

वहीं, आलोचकों का कहना है कि अनियंत्रित दुर्घटनाओं की एक श्रृंखला है जो अमेरिका के साथ चीन की बढ़ती अंतरिक्ष दौड़ के जोखिमों को उजागर करती है। एयरोस्पेस ने मंगलवार को कहा, “आबादी वाले क्षेत्र में बचे हुए मलबे के उतरने की संभावना शून्य नहीं है। दुनिया की 88% से अधिक आबादी ऐसे मलबों का शिकार होती रही है।”
आपको बता दें कि मई 2021 में एक और लॉन्ग मार्च रॉकेट के टुकड़े हिंद महासागर में उतरे। इसको लेकर यह चिंता जताी गई कि चीनी अंतरिक्ष एजेंसी ने इस पर नियंत्रण खो दिया है। नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा था, “यह स्पष्ट है कि चीन अंतरिक्ष मलबे के संबंध में जिम्मेदार मानकों को पूरा करने में विफल रहा है।”