गडकरी ने प्रदूषण कर का सुझाव दिया: लागू होने पर डीजल वाहन, जनरेटर महंगे हो जाएंगे – टाइम्स ऑफ इंडिया
रिवर इंडी इलेक्ट्रिक स्कूटर समीक्षा: ओला एस1 से अधिक व्यावहारिक, एथर 450एक्स से थोड़ा धीमा
जबकि ऑटो उद्योग ने अपने विकास में स्वस्थ वृद्धि देखी है और वर्तमान में इसका बाजार आकार 12,46,000 करोड़ रुपये है। नितिन गडकरी ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और जैव ईंधन के साथ-साथ वैकल्पिक ईंधन की ओर बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि भारत वर्तमान में अपनी जीवाश्म ईंधन जरूरतों का 89 प्रतिशत आयात कर रहा है और यह एक बड़ा व्यय होने के साथ-साथ प्रदूषण का प्रमुख कारण भी है। ‘मैं वित्त मंत्री से डीजल वाहनों, जनरेटर और अन्य डीजल जलाने वाले उत्पादों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत जीएसटी लगाने का अनुरोध करूंगा। कृपया डीजल पीवी उत्पादन कम करें, यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो मैं इस पर कर जोड़ दूंगा।’ सम्मेलन में बोले गडकरी.
मंत्री ने उद्योग हितधारकों से इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया और हरित हाइड्रोजन को देश के लिए पसंद का ईंधन बताया। सम्मेलन में गडकरी ने कहा, ‘मेरे घर में इथेनॉल जनरेटर है, जब SCANIA ट्रक इथेनॉल पर चल सकते हैं, तो भारतीय ट्रक क्यों नहीं। कुछ भी करो, लेकिन डीजल को अलविदा कहो। हम इतना टैक्स जोड़ देंगे कि आपके लिए डीजल उत्पाद बेचना मुश्किल हो जाएगा.