कौन है संजीव मुखिया? NEET पेपर लीक के कथित मास्टरमाइंड के बारे में सब कुछ जानिए


नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया कथित तौर पर नेपाल भाग गया है।

नई दिल्ली:

मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET में पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं के आरोपों को लेकर पूरे देश में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पेपर लीक के बारे में हर दिन नई जानकारियां सामने आ रही हैं, लेकिन अब सबका ध्यान पूरी तरह से एक ऐसे व्यक्ति पर है जिसे लीक के केंद्र में माना जा रहा है: संजीव मुखिया।

बिहार के नालंदा जिले के संजीव मुखिया उर्फ ​​संजीव सिंह की पहचान अधिकारियों ने हाल ही में मेडिकल प्रवेश परीक्षा घोटाले के कथित मास्टरमाइंड के रूप में की है।

धोखाधड़ी का लंबा इतिहास

रिपोर्ट के अनुसार संजीव मुखिया की परीक्षा धोखाधड़ी में संलिप्तता दो दशक पुरानी है। पहले नालंदा कॉलेज की नूरसराय शाखा में तकनीकी सहायक के रूप में कार्यरत मुखिया का नाम कई पेपर लीक की घटनाओं से जुड़ा रहा है, जिसमें कुख्यात 2016 बिहार लोक सेवा आयोग कांस्टेबल भर्ती परीक्षा लीक भी शामिल है।

वह कथित तौर पर रवि अत्री के साथ मिलकर 'सॉल्वर गैंग' चलाता है, जहां वे परीक्षा देने के लिए लीक हुए प्रश्नपत्र या प्रॉक्सी पेश करते हैं। जांच में पता चला है कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षाओं से लेकर शिक्षक भर्ती परीक्षाओं तक कई राज्यों में एक नेटवर्क फैला हुआ है, जो ऑपरेशन के पैमाने और पहुंच को दर्शाता है।

पारिवारिक और राजनीतिक संबंध

मुखिया की पत्नी ममता देवी भुतखार पंचायत की मुखिया हैं, यह पद उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी से टिकट मिलने के बाद संभाला था। उनके बेटे शिव कुमार बिहार की शिक्षक भर्ती परीक्षा से जुड़े एक अन्य परीक्षा पेपर लीक मामले में कथित संलिप्तता के कारण कानूनी परेशानियों में फंसे हुए हैं।

मुखिया के बारे में उनके गांव में लोगों की राय अलग-अलग है। कुछ लोग उन्हें कृषि कार्यों में शामिल एक अपेक्षाकृत साधारण व्यक्ति के रूप में चित्रित करते हैं तथा स्थानीय क्षितिज से परे उनके कथित कारनामों को कम महत्व देते हैं।

NEET लीक में संलिप्तता

यह विवाद तब शुरू हुआ जब NEET-UG परीक्षा में असामान्य रूप से बड़ी संख्या में छात्रों ने 720 अंक प्राप्त किए। शुरुआत में इसे एक दोषपूर्ण प्रश्न और लॉजिस्टिक मुद्दों के कारण ग्रेस मार्क्स दिए जाने के कारण माना गया, लेकिन बाद में बिहार पुलिस द्वारा की गई जांच में एक अलग पहलू सामने आया: परीक्षा से एक दिन पहले ही परीक्षा का पेपर चुनिंदा उम्मीदवारों को लीक कर दिया गया था।

अधिकारियों के अनुसार, संजीव मुखिया पर 2024 की परीक्षा के लिए NEET-UG प्रश्नपत्रों और उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण की योजना बनाने का आरोप है। रिपोर्ट्स से पता चलता है कि उसे ये संवेदनशील सामग्री मोबाइल के ज़रिए मिली थी, जिसे किसी अज्ञात प्रोफेसर ने भेजा था। उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं, और कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ उसके कथित नेटवर्क पर बढ़ती कार्रवाई के बीच अपनी तलाश तेज़ कर रही हैं।

सूत्रों का कहना है कि विवाद बढ़ने के बाद मुखिया नेपाल भाग गया होगा, जिससे भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय समझौतों के कारण प्रत्यर्पण प्रक्रिया जटिल हो गई होगी।



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