“कोई गलती नहीं होनी चाहिए”: ड्रग्स एजेंसी को अमित शाह का कुंद संदेश


अमित शाह ने नार्को-आतंकवाद के खतरे को लेकर भी आगाह किया।

नयी दिल्ली:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को उपभोक्ताओं को लक्षित करने के बजाय नशीले पदार्थों के तस्करों और कार्टेल पर नकेल कसने पर ध्यान देना चाहिए।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नशीले पदार्थों के विरोधी कार्य बलों के एक सम्मेलन में बोलते हुए, श्री शाह ने कहा कि नशा करने वाले पीड़ित थे जिन्हें पुनर्वास की आवश्यकता थी, न कि अपराधीकरण की। उन्होंने नार्को-आतंकवाद के खतरे और देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर इसके प्रभाव को लेकर भी आगाह किया।

“दृष्टिकोण में कोई गलती नहीं होनी चाहिए और हमारा लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए कि जो ड्रग्स का सेवन करता है वह पीड़ित है और जो ड्रग्स का कारोबार करता है वह अपराधी है, और उनसे दृढ़ता से निपटने की आवश्यकता है। हमें पुनर्वास में उनकी मदद करनी चाहिए।” जांच का फोकस ड्रग व्यापार के पीछे तस्करों और कार्टेलों पर होना चाहिए,” श्री शाह ने कहा।

श्री शाह ने कहा कि नशे ने न केवल युवा पीढ़ी को खोखला बनाया है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसके कई प्रतिकूल प्रभाव पड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नार्को-टेररिज्म के जरिए ड्रग तस्कर देश की सीमा की सुरक्षा में सेंध लगा सकते हैं।

उन्होंने कहा, “अगर 130 करोड़ भारतीय इसे एक साथ लड़ते हैं, तो हम इस लड़ाई को जीत लेंगे।” उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने आजादी के 100वें वर्ष 2047 तक देश को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है।



Source link