कारगिल की ऊंचाइयों से पीएम मोदी ने आतंकवाद निर्यात पर पाकिस्तान को दी चेतावनी | भारत समाचार – टाइम्स ऑफ इंडिया
मोदी ने संघर्ष में भारत की जीत की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर द्रास में कारगिल विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “पाकिस्तान ने अपनी पिछली हार से कोई सबक नहीं सीखा है और प्रासंगिक बने रहने के लिए आतंकवाद और छद्म युद्ध की आड़ में युद्ध जारी रखा है।”
उन्होंने कहा, “आज मैं ऐसी जगह से बोल रहा हूं जहां आतंकवाद के संरक्षक मेरी आवाज सुन सकते हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उनके नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे। हमारे बहादुर सैनिक पूरी ताकत से आतंकवाद को कुचल देंगे। दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।” उनकी यह टिप्पणी जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान समर्थित संगठनों द्वारा किए गए आतंकी हमलों में वृद्धि के बीच आई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान एक “आम नागरिक” के रूप में सैनिकों के बीच रहना उनके लिए सौभाग्य की बात थी। उन्होंने कहा, “अब जब मैं फिर से कारगिल की पवित्र धरती पर खड़ा हूं, तो वे यादें ताजा हो गई हैं कि कैसे हमारे सैनिकों ने इन ऊंचाइयों पर चुनौतीपूर्ण अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। मैं देश के वीर सपूतों को सलाम करता हूं।” उस समय भारत शांति स्थापित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा था, लेकिन पाकिस्तान ने दोगला व्यवहार किया और उसके सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पार कर खुद को किलेबंद कर लिया। उन्होंने कहा, “कारगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि हमने 'सत्य, संयम और समर्थ' का एक अविश्वसनीय उदाहरण भी पेश किया।”
इस बात पर जोर देते हुए कि भारत विकास के रास्ते में आने वाली हर चुनौती को परास्त करेगा, चाहे वह लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर, पीएम ने कहा, “कुछ ही दिनों में, 5 अगस्त को, अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी हुए पांच साल हो जाएंगे। जम्मू-कश्मीर सपनों से भरे नए भविष्य की बात कर रहा है।” बुनियादी ढांचे के साथ-साथ, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर दोनों में पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है। मोदी ने कहा, “दशकों के बाद कश्मीर में कोई सिनेमा हॉल खुला है। 35 साल बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया जुलूस निकाला गया।”