कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सोमवार को मणिपुर का दौरा करेंगे, पिछले साल मई में हिंसा भड़कने के बाद से यह उनकी तीसरी यात्रा है – News18 Hindi


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कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान, मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के सेकमाई गांव में, सोमवार, 15 जनवरी, 2024। (पीटीआई फोटो)

चूड़ाचांदपुर से कांग्रेस नेता सड़क मार्ग से बिष्णुपुर जिले के मोइरांग जाएंगे और कुछ राहत शिविरों का दौरा करेंगे। इसके बाद वे इम्फाल लौटेंगे जहां राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की योजना बनाई जा रही है

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 8 जुलाई को मणिपुर का दौरा करेंगे। पिछले साल मई में वहां हिंसा भड़कने के बाद से यह पूर्वोत्तर राज्य का उनका तीसरा दौरा होगा।

गांधी की यात्रा की घोषणा मणिपुर कांग्रेस प्रमुख के मेघचंद्र ने इम्फाल में एक संवाददाता सम्मेलन में की।

उन्होंने कहा कि गांधी दिल्ली से सिलचर तक विमान से जाएंगे और वहां से जिरीबाम जिले जाएंगे जहां 6 जून को ताजा हिंसा हुई थी।

मेघचंद्र ने बताया, “गांधी जिले में कुछ राहत शिविरों का दौरा करेंगे। इसके बाद वह सिलचर हवाई अड्डे पर लौटेंगे और वहां से इम्फाल के लिए उड़ान भरेंगे।”

उन्होंने कहा, “इंफाल पहुंचने के बाद वह चुराचांदपुर जिले जाएंगे जहां वह राहत शिविरों में रह रहे लोगों से बातचीत करेंगे।”

चुराचांदपुर से कांग्रेस नेता सड़क मार्ग से बिष्णुपुर जिले के मोइरांग जाएंगे और कुछ राहत शिविरों का दौरा करेंगे। इसके बाद वे इम्फाल लौटेंगे जहां राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की योजना बनाई जा रही है।

मेघचंद्र ने कहा, “इसके बाद वह राज्य छोड़ देंगे।”

सूत्रों के अनुसार, गांधी मणिपुर के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।

मणिपुर में कांग्रेस विधायक दल के नेता ओ इबोबी सिंह ने कहा, “पिछले साल 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से गांधी दो बार राज्य का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने लोगों के दुख-दर्द जानने के लिए राहत शिविरों का दौरा किया है।” गांधी जून 2023 में मणिपुर आए थे और इस साल की शुरुआत में भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत के लिए भी आए थे।

इस सप्ताह के शुरू में 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद के निचले सदन में विपक्ष की ओर से बहस की शुरुआत करते हुए गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर अपनी नीतियों और राजनीति के कारण मणिपुर को “गृह युद्ध” की ओर धकेलने का आरोप लगाया था।

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी आलोचना की थी कि उन्होंने जातीय हिंसा भड़कने के बाद राज्य का दौरा नहीं किया।

गांधी ने आरोप लगाया था कि सरकार ऐसे बर्ताव कर रही है जैसे मणिपुर में कुछ हुआ ही न हो। उन्होंने कहा था, “आपने मणिपुर को गृहयुद्ध में झोंक दिया है। मणिपुर को आपने, आपकी नीतियों और आपकी राजनीति ने जला दिया है।”

कांग्रेस नेता ने कहा था कि ऐसा लगता है जैसे मणिपुर भारतीय राज्य नहीं है।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर कोई राज्य नहीं है। हमने प्रधानमंत्री से वहां जाकर संदेश देने का आग्रह किया। लेकिन नहीं। आप (प्रधानमंत्री से) कोई जवाब नहीं पा सकते।”

गांधी ने पूर्वोत्तर राज्य में महिलाओं की दुर्दशा का भी जिक्र किया था। सत्ता पक्ष की ओर से एक टिप्पणी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, “आप अपने संगठन में महिलाओं को शामिल नहीं करते हैं, लेकिन मैं उनके बारे में बोल सकता हूं।” राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में बहस का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि केंद्र राज्य सरकार और अन्य के साथ मिलकर राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम कर रहा है।

उन्होंने कहा कि मणिपुर में 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 11,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं।

मोदी ने आगे कहा था कि मणिपुर भी बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहा है और केंद्र ने राज्य में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो टीमें भेजी हैं।

पिछले साल मई में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। तब से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं जबकि बड़े पैमाने पर हुई आगजनी की वजह से हज़ारों लोग विस्थापित हो गए हैं। इस आगजनी में घरों और सरकारी इमारतों को नुकसान पहुंचा है।

(इस स्टोरी को न्यूज18 स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और यह सिंडिकेटेड न्यूज एजेंसी फीड से प्रकाशित हुई है – पीटीआई)



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