कपिल सिब्बल बनाम जगदीप धनखड़ के बीच 'लक्षणात्मक अस्वस्थता' को लेकर दूसरा दौर
नई दिल्ली:
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल सोमवार को सदन के अध्यक्ष पर पलटवार किया जगदीप धनखड़ भारत में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हत्या सहित हिंसक अपराधों की आवृत्ति को लेकर उनके बीच विवाद हुआ।
श्री सिब्बल ने आज सुबह एक्स पर एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए पोस्ट किया जिसमें कहा गया था कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 2017 से 2022 तक सबसे अधिक बलात्कार और/या हत्याएं हुई हैं। “धनखड़जी…क्या आपने यह देखा है? बंगाल क्यों गायब है? कोई बीमारी नहीं है?” उन्होंने पूछा।
आंकड़ों से पता चलता है कि छह वर्ष की अवधि में दर्ज 1,500 से अधिक बलात्कार और हत्याओं में से, उत्तर प्रदेश में 280 मामले दर्ज किए गए, उसके बाद मध्य प्रदेश (207), असम (205) और महाराष्ट्र (155) का स्थान रहा।
टाइम्स ऑफ इंडिया (रिपोर्ट)
बलात्कार (2017 से 2022)
बलात्कार/सामूहिक बलात्कार के 1551 मामलों में से दूसरे नंबर पर हत्या के मामले हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक (280) मामले दर्ज किए गए, उसके बाद मध्य प्रदेश (207), असम (205), महाराष्ट्र (155) और कर्नाटक (79) का स्थान रहा।
धनखड़ जी :
इसे देखा ?
पश्चिम बंगाल क्यों गायब?कोई अस्वस्थता नहीं?
— कपिल सिब्बल (@KapilSibal) 2 सितंबर, 2024
श्री सिब्बल का यह मौन प्रहार पिछले महीने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुए भयानक बलात्कार और हत्या की ओर इशारा करता प्रतीत होता है, जिसने 12 साल पहले निर्भया कांड के बाद से शायद ही कभी इतनी बड़ी सुर्खियाँ बटोरी हों। इसने बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल और केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के बीच एक उग्र राजनीतिक विवाद को भी जन्म दिया है।
श्री धनखड़ और श्री सिब्बल के बीच विवाद की शुरुआत श्री सिब्बल द्वारा सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में एक प्रस्ताव लिखे जाने के बाद हुई थी।
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प्रस्ताव जारी किए जाने का श्री सिब्बल के पूर्ववर्ती आदिश अग्रवाल ने विरोध किया है, जिन्होंने दावा किया है कि इसे एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की मंजूरी नहीं मिली है और इसलिए यह अवैध है।
श्री अग्रवाल ने श्री सिब्बल से मांग की है कि या तो वे प्रस्ताव वापस लें या माफी मांगें।
उस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री धनखड़ ने श्री सिब्बल की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने डॉक्टर के बलात्कार और हत्या को राष्ट्र को प्रभावित करने वाली एक व्यापक “बीमारी” का हिस्सा बताकर “हमारी घायल अंतरात्मा पर नमक छिड़कने” का काम किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि महिलाओं के खिलाफ क्रूरता आम बात हो गई है।
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श्री सिब्बल का नाम लिए बगैर, श्री धनखड़ ने आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर की बर्बर हत्या से उत्पन्न दर्द को बढ़ाने के लिए “कुछ भटकी हुई आवाजों” पर आरोप लगाया।
उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कहा, “जब मानवता शर्मसार हुई है, तो कुछ छिटपुट आवाजें उठती हैं, ऐसी आवाजें जो चिंता का कारण बनती हैं। वे क्या कहते हैं? 'यह एक लक्षणात्मक अस्वस्थता है, एक बार-बार होने वाली घटना है'।”
आरजी कर अस्पताल में हुई इस जघन्य हत्या के बारे में कई तरह के दावे और प्रतिदावे किए गए हैं, जिनमें तस्करी और वेश्यावृत्ति शामिल है। इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट कर रहा है और केंद्रीय जांच ब्यूरो इसकी जांच कर रहा है। इस ब्यूरो ने अस्पताल के पूर्व प्रमुख डॉ. सुदीप घोष से भी पूछताछ की है। अब तक केवल एक व्यक्ति – संजय रॉय, जो एक नागरिक पुलिस स्वयंसेवक है – को ही गिरफ्तार किया गया है।
एजेंसियों से इनपुट के साथ
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