कंगना रनौत ने कहा- किसानों के विरोध से बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी, बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी – News18 Hindi
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कंगना रनौत. (फाइल फोटो: विरल भयानी)
हिमाचल के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से “बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा हो सकती थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को मंडी सांसद कंगना रनौत के किसानों पर दिए गए बयान से असहमति जताई। भाजपा सांसद ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से “बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा हो सकती थी।
मंडी सांसद की टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए भाजपा ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “किसान आंदोलन के संदर्भ में भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी की राय नहीं है। भाजपा कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयान से असहमत है। पार्टी की ओर से कंगना रनौत को पार्टी की नीति के मुद्दे पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं।”
भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के संदर्भ में दिया गया बयान पार्टी की राय नहीं है। भाजपा कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयान से असहमत है। पार्टी की ओर से कंगना रनौत को पार्टी के मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। pic.twitter.com/DXuzl3DqDq— एएनआई (@ANI) 26 अगस्त, 2024
माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर शेयर किए गए एक वीडियो में कंगना रनौत कहती सुनाई दे रही हैं, “किसानों के विरोध के नाम पर बांग्लादेश जैसी अराजकता भारत में भी हो सकती थी। बाहरी ताकतें अंदरूनी लोगों की मदद से हमें नष्ट करने की योजना बना रही हैं। अगर हमारे नेतृत्व की दूरदर्शिता नहीं होती तो वे सफल हो जाते।”
कंगना रनौत: बांग्लादेश जैसी अराजकता भारत में भी हो सकती थी, जैसा कि किसान आंदोलन के नाम पर हुआ। बाहरी ताकतें अंदरूनी लोगों की मदद से हमें नष्ट करने की योजना बना रही हैं। अगर हमारे नेतृत्व की दूरदर्शिता नहीं होती तो वे सफल हो जाते। pic.twitter.com/05vSeN8utW— मेघ अपडेट्स ™ (@MeghUpdates) 25 अगस्त, 2024
उन्होंने कानूनों को वापस लिए जाने के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी रहने के लिए निहित स्वार्थों और “विदेशी शक्तियों” को जिम्मेदार ठहराया।
कंगना ने आरोप लगाया, “बांग्लादेश में जो हुआ, वह यहां भी आसानी से हो सकता था। विदेशी ताकतों की साजिश है और ये फिल्मी लोग इसी पर फलते-फूलते हैं। उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि देश बर्बाद हो जाए।”