आग लगने से आईएनएस ब्रह्मपुत्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त, पलटी खा गया; नाविक लापता



जब आग लगी तब आईएनएस ब्रह्मपुत्र की मरम्मत का काम चल रहा था।

मुंबई/नई दिल्ली:

मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में रखरखाव के लिए गए भारतीय नौसेना के एक युद्धपोत में आज आग लग गई। नौसेना ने कहा कि एक जूनियर नाविक लापता है और बचाव दल उसकी तलाश कर रहे हैं। नौसेना ने कहा कि अन्य सभी कर्मियों का पता लगा लिया गया है।

नौसेना ने बताया कि बहुउद्देशीय युद्धपोत आईएनएस ब्रह्मपुत्र में रविवार शाम को उस समय आग लग गई, जब मुम्बई नौसैनिक डॉकयार्ड में उसकी मरम्मत का काम चल रहा था।

“… नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई और बंदरगाह में मौजूद अन्य जहाजों से आए अग्निशमन कर्मियों की सहायता से जहाज के चालक दल द्वारा आग पर काबू पाया गया।” [Monday] नौसेना ने एक बयान में कहा, “सुबह करीब 11.30 बजे आग लगी। इसके अलावा, आग के जोखिम का आकलन करने के लिए सैनिटाइजेशन जांच सहित अनुवर्ती कार्रवाई की गई।”

नौसेना ने कहा कि इसके बाद दोपहर में जहाज एक तरफ झुकने लगा। नौसेना ने कहा, “तमाम कोशिशों के बावजूद जहाज को सीधा नहीं किया जा सका। जहाज अपने बर्थ के साथ-साथ और भी झुकता गया और फिलहाल एक तरफ झुका हुआ है।”

नौसेना ने कहा, “एक जूनियर नाविक को छोड़कर सभी कर्मियों का पता लगा लिया गया है, जिसकी तलाश जारी है। दुर्घटना की जांच के लिए भारतीय नौसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं।”

आईएनएस ब्रह्मपुत्र स्वदेशी रूप से निर्मित 'ब्रह्मपुत्र' श्रेणी का पहला निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट है। इसे अप्रैल 2000 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। इस जहाज़ पर 40 अधिकारियों और 330 नाविकों का दल है।

जहाज में मध्यम दूरी, नजदीकी दूरी और विमान भेदी तोपें, सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और टारपीडो लांचर लगे हैं। जहाज में समुद्री युद्ध के सभी पहलुओं को कवर करने वाले सेंसर की एक विस्तृत श्रृंखला है और यह सीकिंग और चेतक हेलीकॉप्टरों को संचालित करने में सक्षम है।

आईएनएस ब्रह्मपुत्र का विस्थापन 5,300 टन, लंबाई 125 मीटर, चौड़ाई 14.4 मीटर है तथा यह 27 नॉट से अधिक गति से चलने में सक्षम है।



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