असम में नुमालीगढ़ रिफाइनरी की क्षमता तीन गुना बढ़ाई जाएगी: पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी – टाइम्स ऑफ इंडिया
मंत्री ने विस्तारित रिफाइनरी इकाई के निर्माण कार्य का एक वीडियो साझा किया। इसके अतिरिक्त, आयातित कच्चे तेल के परिवहन के लिए पारादीप बंदरगाह से नुमालीगढ़ तक 1,640 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन भी बिछाई जा रही है। विस्तार से समग्र कच्चे तेल प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ावा मिलेगा और इसे 2024 तक पूरा करने की योजना है। 28,026 करोड़ रुपये के स्वीकृत बजट वाली इस परियोजना को जुलाई 2020 में पर्यावरणीय मंज़ूरी मिली थी।
नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) एक सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी है, जो केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत असम के गोलाघाट जिले में 3 एमएमटीपीए रिफाइनरी का संचालन करती है।
“जैसा कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में ऊर्जा क्षेत्र का निरंतर विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण हो रहा है तथा ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारी यात्रा में तेजी आ रही है। नुमालीगढ़ रिफाइनरी विस्तार मंत्री ने एक्स पर लिखा, “परियोजना अपनी शोधन क्षमता को 3 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 9 एमएमटीपीए करने की प्रक्रिया में है।”
मई 2021 में असम सरकार ने रिफाइनरी में अपनी हिस्सेदारी 12.35 प्रतिशत से बढ़ाकर 26 प्रतिशत कर दी थी। इस अतिरिक्त हिस्सेदारी की लागत 2,187 करोड़ रुपये थी, जो किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) में राज्य सरकार द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश है।
एनआरएल असम में संचालित चार रिफाइनरियों में सबसे बड़ी है और राज्य के समग्र आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है।