अयोध्या राम मंदिर की छत से पानी टपक रहा है? मुख्य पुजारी ने कहा हां, निर्माण पैनल प्रमुख ने डिजाइन संबंधी मुद्दों से किया इनकार | इंडिया न्यूज़ – टाइम्स ऑफ़ इंडिया



नई दिल्ली: गुजरात में हुए दंगों के महज पांच महीने बाद… उद्घाटन श्री राम जन्मभूमि मंदिर का अयोध्यामुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने सोमवार को कहा कि शहर में भारी बारिश के बाद मंदिर की छत से पानी टपकने लगा है और पानी की निकासी का कोई उचित रास्ता नहीं है।
उन्होंने कहा, “यह बहुत आश्चर्यजनक है। यहां इतने सारे इंजीनियर हैं और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा भी हुई, लेकिन छत से पानी टपक रहा है।”दास ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘किसी ने भी ऐसा नहीं सोचा होगा।’’
एएनआई को दिए गए एक बयान में दास ने कहा, “पहली बारिश में ही गर्भगृह की छत, जहां रामलला की मूर्ति स्थापित की गई थी, से रिसाव शुरू हो गया है। इस मामले पर ध्यान दिया जाना चाहिए और पता लगाया जाना चाहिए कि क्या कमी थी। यह बहुत महत्वपूर्ण है। छत से पानी निकालने के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने कहा कि यदि भारी बारिश हुई तो छत पर नमाज अदा करना मुश्किल हो जाएगा।

निर्माण पैनल प्रमुख की प्रतिक्रिया

श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, “मैं अयोध्या में हूं। मैंने पहली मंजिल से बारिश का पानी गिरते देखा है। ऐसा होना स्वाभाविक है, क्योंकि गुरु मंडप का दूसरा तल आसमान की ओर खुला है और शिखर के पूरा होने से यह पानी भी ढक जाएगा।”
उन्होंने कहा, “मैंने नाली से कुछ रिसाव भी देखा, क्योंकि पहली मंजिल पर काम चल रहा है। पूरा होने पर नाली को बंद कर दिया जाएगा। गर्भगृह में कोई जल निकासी नहीं है, क्योंकि सभी मंडपों में पानी की निकासी के लिए ढलान मापी गई है और गर्भगृह में पानी को मैन्युअल रूप से सोख लिया जाता है।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, भक्तगण भगवान का अभिषेक नहीं कर रहे हैं। इसमें कोई डिजाइन या निर्माण संबंधी मुद्दा नहीं है। जो मंडप खुले हैं, उनमें वर्षा जल की बूंदें गिर सकती हैं, इस पर बहस हुई थी, लेकिन नागर वास्तुकला मानदंडों के अनुसार उन्हें खुला रखने का निर्णय लिया गया।”





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