‘अगर अंग्रेजी बोलने वाले हिन्दी फिल्में बनाएंगे तो यही हश्र होगा’ – अनुराग कश्यप

तापसी पन्नू जो कि ओटीटी क्वीन के नाम से भी जानी जाती हैं , अब एक बार दोबारा  फिल्म ‘दो बारा’  में ,  अनुराग कश्यप  लेकर आ रहे हैं। अनुराग कश्यप इससे पहले फिल्म मनमर्जियां ले कर आये थे ।  फिल्म को एकता कपूर ने प्रोड्यूस किया है और बुधवार को मुंबई में इस फिल्म का ट्रेलर लांच हुआ तो कार्यक्रम में फिल्म की हीरोइन तापसी पन्नू ही नहीं आई, क्योंकि वह शाहरुख खान के साथ अपनी अगली फिल्म ‘डंकी’ की शूटिंग में व्यस्त थीं ।

इस कार्यकर्म में अनुराग फिर से अपने असली अवतार में आने की कोशिश करते दिखे। अरसे बाद अनुराग कश्यप उसी मोड में दिखे, जिसमें वह कॉरपोरेट घरानों के फेवरेट डायरेक्टर बनने के पहले हुआ करते थे। उन्होंने साफ कहा कि अगर अंग्रेजी बोलने वाले हिंदी फिल्में बनाएंगे तो फिल्मों का हश्र वही होगा, जो इन दिनों हो रहा है।

फिल्म दो बारे के बारे में अनुराग पर  आरोप लगता रहा है कि ये विदेशी फिल्म ‘मिराज’ की रीमेक है , तो अनुराग कश्यप ने अपनी बात यहीं से शुरू की। वह बोले, ‘मैं रीमेक फिल्म बनाने में यकीन नहीं करता है। मैं ओरिजलन कहानी पर ही फिल्में बनाना पसंद करता हूं। अभी फिल्मों का माहौल बहुत कंफ्यूजन भरा है। लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि अभी क्या चल रहा है। लेकिन ये बात साफ कि मेरी फिल्म ‘दो बारा’ किसी फिल्म की रीमेक नहीं हैं, हां, आप इसे प्रेरित फिल्म जरूर कह सकते हैं।’

 

साऊथ की फिल्मो पर एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा :

” हम जमीन से जुड़ी फिल्में नहीं बना रहे है। साउथ वाले जो भी फिल्में बनाते है, वो जमीन से जुड़ी होती है। हमारे यहां अंग्रेजी बोलने वाले अगर हिंदी फिल्में बनाएंगे तो यही होगा। हम जमीन से जुड़ी फिल्में बनाना भूल गए हैं। अगर ‘गंगूबाई’ और ‘भूल भुलैया 2′ चली हैं तो इन फिल्मों की सफलता का यही कारण है कि ये फिल्में जमीन से जुड़ी हुई फिल्में थी।’